रिजर्व बैंक ने अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति की समीक्षा में रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कमी की है। अब रेपो दर पांच दशमलव सात-पांच प्रतिशत हो गई है। पहले यह छह प्रतिशत थी। इस तरह रिवर्स रेपो दर साढे पांच प्रतिशत और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसेलिटी एमएसएफ और बैंक दर छह प्रतिशत कर दी गई है। बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास की अध्यक्षता वाली छह सदस्यों की मौद्रिक नीति समिति के इन फैसलों का उद्देश्य उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में चार प्रतिशत वृद्धि को दो प्रतिशत अधिक या कम रखने का मध्यावधि लक्ष्य प्राप्त करना है। डिजीटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए रिजर्व बैंक ने आर टी जी एस और एन ई एफ टी पर लगने वाला शुल्क हटाने का फैसला किया है।
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