किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा- किसानों को पेंशन देने का निर्णय ऐतिहासिक(todayindia)
भोपाल। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(narendra modi) के नेतृत्व में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की पहली बैठक में लिए गए करोड़ों किसानों को पेंशन देने और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ सभी किसानों तक पहुंचाने के निर्णयों को भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री रणवीर सिंह रावत ने ऐतिहासिक बताया है। उन्होंने कहा कि यह दोनों ही निर्णय(todayindia) किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने वाले हैं। श्री रावत ने प्रदेश के किसानों की ओर से प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री नरेन्द्रसिंह तोमर का आभार व्यक्त किया है।
श्री रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव के दौरान देश भर के सभी किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत 6 हजार रूपए सालाना दिए जाने और 60 साल की उम्र के बाद हर किसान को पेंशन सुविधा देने का जो वादा किया था, उसे प्राथमिकता के साथ पूरा किया है। सरकार गठन के बाद कैबिनेट की पहली बैठक में ही दोनों निर्णयों को मंजूरी दी गई। उन्होंने कहा कि कैबिनेट के इन फैसलों से देश के हर अन्नदाता को लाभ मिलेगा, जो दिन रात मेहनत करके राष्ट्र की सेवा में अपना योगदान देता है।(todayindia)
किसान सम्मान निधि का दायरा बढ़ा
रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ पहले पांच एकड़ तक के सीमांत और लघु सीमांत किसानों को ही मिलता था। लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री श्री मोदी ने इस योजना का लाभ हर किसान तक पहुंचाने की घोषणा की थी। इसीलिए मोदी मंत्रिमंडल की पहली बैठक में ही इस योजना का दायरा बढ़ाते हुए प्रत्येक किसान को इस योजना से लाभान्वित करने का निर्णय लिया गया है। इस निर्णय से देश के लगभग 14.05 करोड़ किसानों को हर साल 6 हजार रूपए मिलेंगे।(todayindia)
5 करोड़ किसानों को मिलेगी सामाजिक सुरक्षा
किसान मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि किसानों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने की दिशा में पेंशन योजना को स्वीकृति दी गयी है। पेंशन की सुविधा से तीन वर्षों में 5 करोड़ छोटे और सीमांत किसान परिवारों को आर्थिक सुरक्षा मिलेगी। केन्द्र सरकार इस योजना के अंतर्गत तीन वर्ष की अवधि के लिए 1774.50 करोड़ रूपए की राशि किसानों को सामाजिक सुरक्षा देने पर खर्च करेगी। उन्होंने बताया कि यह योजना देश भर के छोटे और सीमांत किसानों के लिए स्वैच्छिक और अंशदायी पेंशन योजना है। 60 वर्ष की आयु होने पर किसान को 3000 रूपए की न्यूनतम पेंशन मिलेगी।(todayindia)