प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(narendra modi) ने आज शाम राष्ट्रपति भवन में अपने दूसरे कार्यकाल के लिए मंत्रिपरिषद के सदस्यों के साथ पद और गोपनीयता की शपथ ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद के सदस्यों को शपथ दिलाई।
मैं नरेन्द्र दामोदार दास मोदी ईश्वर की शपथ लेता हूं कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूंगा। मैं भारत की प्रभुता और अखंडता अक्षुण रखूंगा। मैं संघ के प्रधानमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों का श्रद्धापूर्वक और शुद्ध अंत:करण से निर्वाहण करूंगा तथा मैं भय या पक्षपात, अनुराग या द्वेष के बिना सभी प्रकार के लोगों के प्रति संविधान और विधि के अनुसार न्याय करूंगा। मैं नरेन्द्र दामोदार दास मोदी ईश्वर की शपथ लेता हूं कि जो विषय संघ के प्रधानमंत्री के रूप में मेरे विचार के लिए लाया जाएगा अथवा मुझे ज्ञात होगा उसे किसी व्यक्ति या व्यक्तियों को तबके सिवाय जबकि प्रधानमंत्री के रूप में अपने कर्तव्यों के सम्यक निर्वाहण के लिए ऐसा करना अपेक्षित हो मैं प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से संसूचित या प्रकट नहीं करूंगा।(narendra modi)
24 लोगों को कैबिनेट मंत्री, नौ को स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और अन्य को राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई।
मंत्रिपरिषद में जिन लोगों को कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई, उनमें राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, डी.वी. सदानन्द गौड़ा, निर्मला सीतारामन, रामविलास पासवान, नरेन्द्र सिंह तोमर, रविशंकर प्रसाद, हरसिमरत कौर बादल, थावर चन्द गहलोत, डॉ.एस.जयशंकर, डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, अर्जुन मुंडा, स्मृति ईरानी, डॉ. हर्षवर्धन, प्रकाश जावड़ेकर, पीयूष गोयल, धर्मेन्द प्रधान, मुख्तार अब्बास नकवी, प्रहलाद जोशी, महेन्द्र नाथ पांडेय, अरविन्द सावंत, गिरिराज सिंह, और गजेन्द्र शेखावत शामिल हैं।(narendra modi)
संतोष कुमार गंगवार, राव इन्द्रजीत सिंह, श्रीपद यसो नाईक, डॉ. जितेन्द्र सिंह, किरेन रिजिजू, प्रहलाद सिंह, मुलायम सिंह पटेल, आर.के. सिंह, हरदीप सिंह पुरी, मनसुख लाला मंडाविया को स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई।
फग्गन सिंह कुलस्ते, अश्वनी कुमार चौबे, अर्जुन राम मेघवाल, जनरल वी.के. सिंह, कृष्णपाल गुर्जर, दानवे रावसाहेब दादाराव और जी. किशन रेड्डी उन लोगों में शामिल हैं, जिन्होंने राज्य मंत्री के रूप में शपथ ली।
राष्ट्रपति भवन में आयोजित भव्य समारोह में नरेन्द्र मोदी(narendra modi) ने आज देश के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली। पिछली सरकार में मंत्री रहे कई सांसदों को दोबारा मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह जो पहली बार लोकसभा के लिए निर्वाचित हुए है उन्हें भी मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया। इसके अलावा पहली बार जिन्हें मंत्रिपरिषद में शामिल किया गया है उनमें झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक शामिल हैं। एन डी ए के सहयोगी दलों में से लोक जन शक्ति पार्टी, शिवसेना और शिरोमणि अकाली दल के सांसदों को भी नई सरकार में जगह मिली है। शपथ ग्रहण समारोह में बिम्सटेक देशों के राष्ट्राध्यक्ष और शासनाध्यक्ष, विदेशी राजदूत, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विपक्षी नेता, प्रमुख उद्योगपति, फिल्मी सितारे और खिलाड़ी उपस्थित थे।
श्रीलंका के राष्ट्रपति मैत्रीपाल सिरीसेना, म्यामां के राष्ट्रपति ऊ विन म्यिन और बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद अब्दुल हामिद, भूटान के प्रधानमंत्री डॉक्टर लोते छेरिंग, नेपाल के प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली, थाईलैंड की विशेष दूत ग्रिसाडा बूनरेच, किर्गिजस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोफ और मारीशस के प्रधानमंत्री प्रविन्द जुगनाथ समारोह में उपस्थित थे।
जिन मुख्यमंत्रियों ने समारोह में भाग लिया उनमें बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच.डी. कुमार स्वामी, उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के देवेन्द्र फडण्वीस और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल प्रमुख हैं। विपक्ष की ओर से यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह यादव मौजूद थे।
केंद्र में एन डी ए की नई सरकार में गठबंधन का सहयोगी जनता दल-यूनाइटेड शामिल नहीं होगा। जनता दल-यूनाइटेड के अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने बताया कि भाजपा मंत्रिमंडल में जनता दल-यूनाइटेड को केवल एक मंत्री पद देना चाहती थी और यह केवल प्रतीकात्मक भागीदारी होती। उन्होंने साथ ही यह भी कहा कि यह कोई बड़ा मुद्दा नहीं है और उनका दल पूरी तरह एन डी ए के साथ है।(narendra modi)
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