दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र को भीड़भाड़ से बचाने की परियोजना(todayindia)
केन्द्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, नौवहन, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा संरक्षण मंत्री (Nitin Gadkari)श्री नितिन गडकरी ने कहा कि दिल्ली के आस-पास सड़क परियोजनाओं के लिए 50,000 करोड़ रुपये की लागत वाले निर्माण कार्यों को मंजूरी दी गई है। श्री गडकरी(Nitin Gadkari) ने कहा कि इससे यातायात की भीड़भाड़ के कारण राजधानी महानगर में वायु प्रदूषण में काफी सुधार होगा। उन्होंने कहा कि सभी एजेंसियों के हाथ मिलाने के लिए सहमत होने से वायु प्रदूषण पर नियंत्रण पाना कोई कठिन कार्य नहीं रह गया है।(todayindia)(todayindia)
बागपत मार्ग पर आज पूर्वी दिल्ली के अक्षरधाम से इस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे जंक्शन तक छह लेन वाले एक्सेस नियंत्रित गलियारे के विकास के लिए आधारशिला रखने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए श्री गडकरी ने दिल्ली के चारों ओर पूर्वी और पश्चिमी पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के निर्माण की चर्चा की। उन्होंने कहा कि इससे वाणिज्यिक यातायात में 27 प्रतिशत से अधिक कमी हुई है। श्री गडकरी (Nitin Gadkari)ने घोषणा करते हुए कहा कि इस वर्ष अप्रैल तक 90 किलोमीटर लम्बे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस हाईवे चालू हो जाएगा। उन्होंने बताया कि 10,000 करोड़ रुपये की लागत से द्वारका एक्सप्रेस-वे पर काम किया जा रहा है और सहारनपुर एक्सप्रेस मार्ग पर काम शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के आस-पास कई अन्य सड़क परियोजनाओं के पूरा होने से राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में यातायात के परिदृश्य में काफी सुधार होगा।(todayindia)
आज 31.3 किलोमीटर लम्बे मार्ग की आधारशिला रखी गई। यह राष्ट्रीय राजमार्ग-709बी का हिस्सा है, जो अक्षरधाम से सहारनपुर बाईपास तक है। यह मार्ग अक्षरधाम से लेकर गीता कॉलोनी – शास्त्री पार्क – खजूरी खास – दिल्ली/यूपी बोर्डर – मंडोला – ईपीई जंक्शन को जोड़ेगा। इसका निर्माण दो चरणों में किया जाएगा। पहला चरण अक्षरधाम से लेकर दिल्ली/यूपी बोर्डर तक 14.75 किलोमीटर लम्बाई में है और दूसरा चरण दिल्ली/यूपी बोर्डर से लेकर ईपीई जंक्शन तक 16.57 किलोमीटर लम्बाई में है। इसका 19 किलोमीटर हिस्सा ऐलिवेटेड होगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत 2,820 करोड़ रुपये है। इस परियोजना में राजमार्ग की एक तरफ 3+3 लेन सर्विस रोड, 8 नए अंडरपास, प्रमुख मार्गों को जोड़ने वाले 7 रैम्प, 15 प्रमुख जंक्शन, 34 छोटे जंक्शन और दिल्ली-शाहदरा, नई दिल्ली-आनंद विहार रेलवे लाईन तथा दिलशाद गार्डन-आईएसबीटी मेट्रो लाईन पर ओवर ब्रिज का निर्माण करना शामिल हैं। इस उच्च गति सिग्नल मुक्त गलियारे से दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भीड़भाड़ से बचाव में योगदान मिलने के साथ-साथ प्रदूषण के स्तर में भी काफी कमी होने की संभावना है।(todayindia)