पीएमजेएवाई के अंतर्गत आरोग्यमित्रों के कौशल विकास के लिए सहमति पत्र पर हस्ताक्षर
राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) और राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी (एनएचए) के बीच आज यहां एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर हुये। इसका उद्देश्य प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) का क्षमता निर्माण करना, प्रभावी शुभारंभ करना और निरंतर गुणवत्ता बनाये रखना है। केन्द्रीय कौशल विकास एवं उद्यमियता तथा पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान, केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री श्री जे.पी. नड्डा, केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे तथा केन्द्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्य मंत्री श्रीमती अनुप्रिया पटेल की उपस्थिति में एनएचए के सीईओ डॉ. इन्दु भूषण और एनएसडीसी के एमडी व सीईओ श्री मनीष कुमार ने सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये।
सहमति पत्र के अनुसार पीएमकेवीवाई के तहत चल रहे कौशल विकास केन्द्रों तथा प्रधानमंत्री कौशल केन्द्रों (पीएमकेके) के नेटवर्क के माध्यम से एनएसडीसी आरोग्यमित्रों के लिए गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण सुनिश्चित करेगा। वर्तमान के प्रधान आरोग्यमित्रों को स्वास्थ्य देखभाल कौशल परिषद प्रमाण-पत्र प्रदान करेगा।
इस अवसर पर श्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि पीएमजेएवाई एक अभूतपूर्व योजना है, जो 50 करोड़ लोगों की देखभाल करेगा और इसकी सफलता राष्ट्र के विकास में सहायता प्रदान करेगी। इस योजना के लिए उचित निगरानी, सख्त समयावधि और आधुनिक तकनीकों के उपयोग की व्यवस्था की गई है। आरोग्यमित्रों की भूमिका बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे लाभार्थियों और प्रणाली के बीच आवश्यक कड़ी का कार्य करेंगे। आरोग्यमित्रों में आचरण, ज्ञान और प्रस्तुतिकरण का कौशल होना आवश्यक है। इस प्रकार पीएमजेएवाई की सफलता में कौशल विकास मंत्रालय को महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।
श्री जे.पी.नड्डा ने कहा कि पीएमजेएवाई एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है। इसके लिए बड़े पैमाने पर कार्य किये जा रहे है। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के तहत 10.74 करोड़ गरीब लोगों व वंचित परिवारों को पांच लाख रुपये प्रति परिवार की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। मानक स्वास्थ्य देखभाल उपलब्ध कराने में आरोग्यमित्र एक महत्वपूर्ण कड़ी होंगे।