• Wed. Mar 19th, 2025

भोपाल मध्यप्रदेश की राजधानी है। राजधानी क्षेत्र की तीव्र प्रगति होगी। : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

भोपाल मध्यप्रदेश की राजधानी है। राजधानी क्षेत्र की तीव्र प्रगति होगी।  : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
#MohanYadav,#madhyapradeshnews,DrMohanYadav,#CMMadhyaPradesh,#DrMohanYadav51,#mpcm,#madhyapradeshnews,#MadhyaPradesh24,#bhopalnewsनए भोपाल क्षेत्र में तात्या टोपे नगर में 364 शासकीय आवास गृहों का लोकार्पण
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के नाम होगा शासकीय आवास परिसर

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भोपाल मध्यप्रदेश की राजधानी है। राजधानी क्षेत्र की तीव्र प्रगति होगी। हाल ही में भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया। भोपाल शहर में ऐसे महत्वपूर्ण आयोजन होते रहना आवश्यक है। भोपाल में शहरी क्षेत्र में आवास सुविधा सहित अन्य सुविधाएं भी विकसित की जा रही है। भविष्य में भोपाल के साथ सीहोर विदिशा, नर्मदापुरम, रायसेन आदि के क्षेत्रों को मिलाकर मेट्रोपॉलिटन क्षेत्र का विकास होगा। भविष्य की आवश्यकता के मद्देनजर विभिन्न प्रकार की विकसित सुविधाओं का किया जाना आवश्यक है। राज्य सरकार इस दिशा में निरंतर कार्य करेगी। संपूर्ण प्रदेश में समग्र विकास के लिए विकसित भारत 2047 के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प के अनुरूप कार्य संपन्न होंगे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल देश की सबसे सुंदर और स्वच्छ राजधानी है। यहां ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में प्रधानमंत्री श्री मोदी ने रात्रि विश्राम किया। उन्होंने और उद्यमियों एवं निवेशकों को मार्गदर्शन भी प्रदान किया। राज्य सरकार ने ‘झीलों के शहर’ को पांच शहरों के साथ जोड़कर विकास की नई कल्पना की है। इस प्रकार मध्यप्रदेश में भोपाल और इंदौर दो मेट्रोपोलिटन सिटी आकार लेंगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के विकसित भारत के संकल्प के अनुरूप राज्य सरकार भी 2047 के विजन पर कार्य कर रही है। आगामी 25 साल में भोपाल और इंदौर को मेट्रोपोलिटन सिटी के रूप में विकसित करने के उद्देश्य से स्वच्छता पेयजल, सीवर और रोड जैसी बुनियादी सुविधाओं का ध्यान रखकर योजना बनाई जा रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में मध्यप्रदेश को विशेष अनुदान दिया है। उनका सपना है कि हर गरीब और जरूरतमंद का अपना पक्का मकान हो। मुख्यमंत्री डॉ. यादव मंगलवार की शाम भोपाल के तात्या टोपे नगर (टीटी नगर) स्थित भोपाल स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कार्पोरेशन की परियोजना के प्रथम चरण में नवनिर्मित 364 जी-टाइप आवासों के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा तात्या टोपे नगर के नवनिर्मित शासकीय आवासों के परिसर का नाम भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी परिसर होगा। यहां आवासीय परियोजना के प्रथम चरण में 116.26 करोड़ की लागत से निर्मित 364 जी टाइप आवास गृहों का लोकार्पण हुआ है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने श्रीमती सीमा तिवारी, श्रीमती कल्पना गुर्जर, श्रीमती संगीता उइके, श्री राघवेंद्र सिंह को उनके शासकीय आवास की चाबियां सौंपी। साथ ही उन्होंने भोपाल नगर निगम के अधिकारियों को इस परियोजना के द्वितीय चरण में आगामी दो से तीन महीने में एफ-टाइप आवासों का निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह को रंगपंचमी की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारतीय संस्कृति एवं परंपराओं को प्रकृति के साथ जोड़ते हुए कहा कि भारत हजारों सालों से सूर्य के समान दुनिया को आकर्षित कर रहा है। प्राचीन काल से ऋषियों ने सनातन संस्कृति के हर त्यौहार को प्रकृति से जोड़ा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी के कार्यकाल में देश में अमृतकाल चल रहा है, जो हम सबको जीवन में वसंत ऋतु जैसे आनंद और उत्साह की अनुभूति करवाता है। स्मार्ट सिटी के इन शासकीय आवासों में परिवार रहने आएंगे तो उसका अलग ही आनंद होगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी वो सबको पक्का घर उपलब्ध करवाने के लिए चिंता करते हैं। सबका अपना मकान हो, इसके लिए ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में केंद्र और राज्य सरकारों ने योजना शुरू की है। लोगों को आवास ऋण के ब्याज में भी अनुदान मिल रहा है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार ने सवा साल में हर वर्ग का विशेष ध्यान रखा है। आने वाले 5 साल में अलग-अलग विभागों के ढाई लाख पदों पर नियुक्तियां होंगी। प्रदेश के शासकीय कर्मचारियों को 1 अप्रैल से 7 वें वेतनमान के बराबर भत्तों का लाभ मिलेगा। गत वर्ष कर्मचारियों को दो बार चार-चार प्रतिशत डी.ए. स्वीकृत किया गया। कर्मचारियों को पदोन्नति का भी लाभ मिल सके, इसके लिए सरकार प्रयास कर रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार 2047 तक विकसित मध्य प्रदेश के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ रही है। पिछले कुछ वर्षों में मध्यप्रदेश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है। वर्ष 2002 – 2003 में जहां प्रति व्यक्ति वार्षिक आय मात्र 11 हजार रूपये थी, वह अब बढ़कर 1 लाख 52 हजार 680 वार्षिक रुपए हो चुकी है। इस साल सरकार ने 4 लाख 21 हजार करोड़ रुपए का जनकल्याणकारी बजट पेश किया है। यह बजट पांच वर्ष में बढ़कर 7 लाख करोड़ और आगामी 25 साल में 250 लाख करोड़ का होगा और मध्यप्रदेश की प्रति व्यक्ति आय भी बढ़कर 22 लाख वार्षिक हो जाएगी। राज्य सरकार ने प्रत्येक नागरिक की समृद्धि का लक्ष्य रखा है।

नगरीय विकास और आवास राज्यमंत्री श्रीमती प्रतिमा बागरी और विधायक श्री भगवानदास सबनानी ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया। श्रीमती बागरी ने कहा कि नगरीय क्षेत्र में गरीब वर्ग के साथ ही अन्य वर्गों के लिए भी आवास व्यवस्था सहित अन्य विकास कार्य किया जा रहे हैं। भोपाल के कर्मचारी बंधु स्मार्ट सिटी के विकास के बाद पुराने शासकीय आवास के स्थान पर नए आवास गृहों में आने की प्रतीक्षा कर रहे थे। विधायक श्री सबनानी ने कहा कि वर्ष 2016 से शासकीय आवास की प्रतीक्षा कर रहे कर्मचारियों के हित के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव, लोक कल्याणकारी दृष्टिकोण से तीव्र विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं।

कार्यक्रम में विधायक श्री रामेश्वर शर्मा, भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय, भोपाल नगर निगम अध्यक्ष श्री किशन सूर्यवंशी, श्री रवींद्र यति, नगरीय विकास और आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव श्री संजय कुमार शुक्ला,भोपाल नगर निगम आयुक्त श्री हरेंद्र नारायण सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी एवं पदाधिकारी, नागरिक गण, कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारी और शासकीय कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

भोपाल के प्रथम आर आर आर व्हीकल का लोकार्पण

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कार्यक्रम के पश्चात आवासीय परिसर में मंगलवार की शाम भोपाल नगर निगम की ओर से प्रारंभ भोपाल की प्रथम आर आर आर (रिड्यूस, रीयूज, रीसायकिल) व्हीकल को लोकार्पण के बाद झंडी दिखाकर रवाना किया। इस वाहन के माध्यम से दफ्तरों से अनुपयोगी कागजों को एकत्र किए जाएंगे और बदले में उपयोगी कागज प्रदान किए जाएंगे।
============================================================
पर्यटन बढ़ाने में हवाई यातायात बेहद जरूरी, इसलिए एयर कनेक्टिविटी बढ़ाएं : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
प्रदेश को क्षेत्रीय विमानन केंद्र बनाने के लिए करें प्रयास
पॉयलेट एवं क्रू ट्रेनिंग सहित विश्वविद्यालयों को रोजगारपरक कोर्स चलाने के लिए करें प्रोत्साहित
वर्तमान वित्त वर्ष के अंत तक 75 लाख यात्रियों द्वारा हवाई यात्रा का है अनुमान
उज्जैन और शिवपुरी में नए हवाई अड्डे के विकास के लिए कार्यवाही तेज
सभी जिलों में करें हवाई पट्टियों और हेलीपेड का विकास
मुख्यमंत्री ने की विमानन विभाग की समीक्षा

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि प्रदेश में पर्यटन को नए आयाम प्रदान करने के लिए सहज हवाई यातायात (एयर कनेक्टिविटी) एक बुनियादी जरूरत है। हरसंभव तरीके से एयर कनेक्टिविटी बढ़ाएं, ताकि पर्यटक मध्यप्रदेश आकर यहां की समृद्ध ऐतिहासिक विरासतों का आसानी से अवलोकन कर सकें। इसके लिए आपसी सामंजस्य बेहद जरूरी है। विमानन विभाग, संस्कृति, पर्यटन और चिकित्सा विभाग के साथ मिलकर एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने की दिशा में प्रयास करे। सरकार मध्यप्रदेश को क्षेत्रीय विमानन केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए हर जरूरी सुविधा और मदद मुहैया कराएगी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंगलवार को समत्व भवन (मुख्यमंत्री निवास) में विमानन विभाग की समीक्षा बैठक में यह निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि वीवीआईपी और वीआईपी मूवमेंट के दौरान यातायात रोकने से जनसामान्य को परेशानी होती है। इसलिए इस कठिनाई के स्थायी निदान के लिए मंत्रालय (वल्लभ भवन) और मुख्यमंत्री निवास के समीप ही नए हेलीपैड का निर्माण किया जाए। इससे समय की बचत भी होगी और सबकी कठिनाई भी दूर होगी। बैठक में मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव विमानन श्री संजय कुमार शुक्ला, आयुक्त विमानन श्री चंद्रमौली शुक्ला, उपसचिव डॉ. कैलाश बुंदेला, श्री दिनेश सोनकेसरिया, कैप्टन श्री विश्वास राय सहित विमानन विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

बैठक में मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में धार्मिक पर्यटन, मेडिकल टूरिज्म, सांस्कृतिक पर्यटन और जनजातीय संस्कृति से जुड़ाव के लिए होम स्टे प्रोत्साहन के रूप में सेल्फ फीलिंग/हीलिंग टूरिज्म की अपार संभावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को विमानन क्षेत्र में नए रोजगार सृजन की संभावनाओं के अनुरूप इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने और युवाओं के कौशल विकास के लिए पायलट-क्रू मेंबर्स के प्रशिक्षण संस्थानों में रोजगारपरक डिप्लोमा एवं डिग्री कोर्सेस चलाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में बढ़ती विमानन आवश्यकताओं के लिए पॉयलेटों की संख्या बढ़ाएं। नए पॉयलेटों की भर्ती करें, उन्हें प्रशिक्षित भी करें।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भोपाल सहित प्रदेश के अन्य सभी बड़े शहरों से घरेलू उड़ान बढ़ाने के लिए दूसरे राज्यों के साथ समन्वय करें और विमानन सुविधाओं के विस्तार के लिए शोध भी कराएं। प्रदेश में एयर कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एविएशन कम्पनियों, पॉयलेट एवं क्रू-मेंबर्स की प्रशिक्षण संस्थाओं को जोड़ें और उनसे प्रदेश में अपनी सेवाओं का विस्तार करने के लिए आग्रह करें। उन्होंने कहा कि पॉयलेट और क्रू तैयार करने के लिए प्रदेश के विश्वविद्यालयों को भी यह रोजगारपरक कोर्स चलाने के लिए प्रोत्साहित करें। विश्वविद्यालय से आग्रह करें कि वे विद्यार्थियों को इस दिशा में पढ़ाई कराएं। विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देने के लिए हवाई पट्टी सरकार उपलब्ध कराएगी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार सतना एवं दतिया एयरपोर्ट को भी शीघ्र ही लोकार्पित करने जा रही है। यह दोनों शहर धार्मिक पर्यटन के प्राचीन केन्द्र हैं। यहां एयरपोर्ट होने से प्रदेश में धार्मिक पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने विभागीय अधिकारियों को प्रदेश में उपलब्ध सभी इन एक्टिवेट हेलीपैड्स को जल्द से जल्द एक्टिवेट करने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि एयर एम्बुलेंस और हेली सेवा का लाभ सबको मिले, इसके लिए सभी प्रयास किए जाएं।

अपर मुख्य सचिव विमानन श्री शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में हवाई यात्रियों की संख्या में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में प्रदेश के हवाई अड्डों से लगभग 55 लाख यात्रियों ने यात्रा की और यह संख्या वर्तमान वित्तीय वर्ष के अंत (31 मार्च 25) तक 75 लाख पहुंचने का अनुमान है। भारत के हवाई यातायात में मध्यप्रदेश के हवाई अड्डों की भागीदारी अभी मात्र 1.45 प्रतिशत है, जिसे हम 5 प्रतिशत तक बढ़ाने के लक्ष्य पर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में अभी 8 एयरपोर्ट हैं, 6 क्रियाशील है और सतना और दतिया एयरपोर्ट का लोकार्पण अभी शेष है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सतना एयरपोर्ट की हवाई पट्टी के विस्तार (वर्तमान 1200 मीटर को बढ़ाकर 1800 मीटर करने) के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव को बताया गया कि उज्जैन और शिवपुरी में नए हवाई अड्डे के विकास के लिए भू-अधिग्रहण की कार्यवाही प्रारंभ की जा रही है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि प्रदेश में ग्रेड-1 में उच्च क्षमता/व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य पाई गईं हवाई पट्टी में उज्जैन, सिंगरौली, सागर (ढ़ाना), नीमच, शिवपुरी, छिंदवाड़ा, मंडला, खण्डवा एवं रतलाम तथा ग्रेड-2 में बिरवा (बालाघाट), पचमढ़ी, गुना, खरगौ न, मंदसौर, सिवनी, सीधी, पन्ना, झाबुआ, शहडोल एवं उमरिया में उपलब्ध आकांक्षी हवाई पट्टियों के विकास एवं विस्तार के लिए भी कार्यवाही चल रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश को क्षेत्रीय विमानन केंद्र बनाने के लिए और प्रदेश के हर जिले को देश-विदेश के हवाई यातायात से जोड़ने के लक्ष्य के लिए ही सरकार ने नवीन नागर विमानन नीति- 2025 लागू की है। इसके लिए सभी जिलों में हवाई अड्डे/हवाई पट्टियां/हेलीपैड विकसित किए जाएंगे। साथ ही कृषि एवं उद्योग क्षेत्र को गति प्रदान करने के लिए एयर कार्गो की सुविधाओं के विकास पर भी विशेष जोर दिया जाएगा। इससे प्रदेश के सामाजिक-आर्थिक विकास को तेज गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि हवाई यात्रा के विस्तार से नागरिकों को आधुनिक, सस्ता, सुलभ, सुरक्षित और अनुकूल हवाई सफर का आनंद प्राप्त होगा। हम प्रदेश में नए पायलट प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित करेंगे, जिससे विमानन क्षेत्र में जरूरत के अनुसार प्रशिक्षित कार्यबल की पूर्ति हो सके और मध्यप्रदेश के युवाओं को रोजगार मिले।

अपर मुख्य सचिव विमानन श्री शुक्ला ने बताया कि प्रदेश की नवीन नागर विमानन नीति-2025 के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। नई-नई एविएशन कम्पनियां और प्रशिक्षण संस्थान प्रदेश से जुड़कर यहां अपनी सेवाओं का विस्तार करना चाह रहे हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल शासकीय बेड़े में कोई विमान उपलब्ध नहीं है। नवीन डबल इंजन जेट विमान क्रय करने के लिए निर्माता कम्पनी को क्रय आदेश दिया जा चुका है। नया विमान मई 2026 तक उपलब्ध हो जाएगा। इसी प्रकार प्रदेश में नवीन डबल इंजन हेलीकॉप्टर की आपूर्ति के लिए निर्माता कम्पनी से 6 मार्च 2025 को अनुबंध कर लिया गया है। नवीन हेलीकॉप्टर जनवरी 2027 सरकार को उपलब्ध हो जाएगा। उन्होंने बताया कि भोपाल से 12 शहरों तथा इंदौर से 22 शहरों के लिए सीधी उड़ान उपलब्ध है। कौशल विकास के लिए प्रदेश में 11 उड़ान प्रशिक्षण संस्थाएं काम कर रही हैं। खजुराहो में भारत का पहला हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण संस्थान कार्यरत है। क्षरण योग्य उत्पादों (पेरिशेबल गुड्स) के सुचारू परिवहन के लिए भारत सरकार की कृषि उड़ान योजना में राज्य के तीन एयरपोर्ट्स भोपाल, इंदौर एवं जबलपुर को शामिल किया गया है।
====================================================================
श्रीकृष्ण ने जहां की लीलाएं और जहां पड़े उनके चरण, सभी देवस्थानों को तीर्थ के रूप में करेंगे विकसित : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
ओंकारेश्वर लोक का किया जायेगा विकास
मुख्यमंत्री अवधूत सिद्ध महायोगी श्री दादा गुरुजी की तृतीय चरण माँ नर्मदा सेवा परिक्रमा यात्रा के समापन कार्यक्रम में हुए शामिल
ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग महादेव के दर्शन कर किया जलाभिषेक
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने की ओंकारेश्वर में माँ नर्मदा की पूजा और आरती

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव मंगलवार को ओंकारेश्वर में अवधूत सिद्ध महायोगी श्री दादा गुरुजी की तृतीय चरण माँ नर्मदा सेवा परिक्रमा यात्रा के समापन कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। उन्होंने ओंकारेश्वर स्थित गौमुख घाट पर माँ नर्मदा का मंत्रोच्चार के बीच पूजन किया। यह यात्रा माँ नर्मदा, धर्म, धरा, धेनु, प्रकृति, पर्यावरण संरक्षण-संवर्धन के लिए पूर्ण समर्पित थी।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि “यत् पिण्डे तत् ब्रह्माण्डे” जो-जो इस ब्रह्माण्ड में है वही सब हमारे शरीर में भी है। उन्होंने कहा कि जिस तरह परमात्मा हमारे अंदर विद्यमान है, उसी तरह जल माँ नर्मदा में विद्यमान है। उन्होंने कहा कि श्री दादा गुरुजी की तृतीय चरण माँ नर्मदा सेवा यात्रा का समापन हुआ है। यह एक अद्भुत यात्रा थी। उन्होंने श्री दादा गुरुजी को प्रणाम कर आशीर्वाद प्राप्त किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हम इस मृत्यु लोक में अकेले आते हैं और अकेले ही जाते हैं। इस लोक में हमारे कर्म ही होते हैं जो हमें विभिन्न लक्ष्यों तक पहुँचाते हैं। सब अपने कर्मों के अनुसार पुण्य अर्जित करते हैं। इसलिए हम सबको सत्कर्म करने का प्रण लेना चाहिए।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आगामी-2028 में सिंहस्थ को भव्य बनाने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि उज्जैन में महाकाल लोक के निर्माण से मध्यप्रदेश के धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिला है। इसी तरह “ओंकारेश्वर लोक” का विकास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ओंकारेश्वर धाम भी आने वाले समय में जगमगाएगा। इसके लिए सभी व्यवस्थाएं जुटाई जायेंगी। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने जहां लीलाएं की और जहां उनके चरण पड़े, उन सभी देवस्थानों को तीर्थ के रूप में विकसित किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि सरकार ने सभी धार्मिक नगरों को शराब मुक्त करने की घोषणा की है।

उन्होंने कहा कि इस दिशा में निरंतर कार्य चल रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार गौ-पालन को बढ़ावा दे रही है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति 10 से ज्यादा गाय खरीदेगा, उसे सरकार द्वारा अनुदान दिया जायेगा।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अवधूत सिद्ध महायोगी श्री दादा गुरुजी के साथ ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग महादेव के दर्शन कर जलाभिषेक किया। उन्होंने बाबा ओंकारेश्वर से प्रदेश की सुख-समृद्धि, विकास और कल्याण की प्रार्थना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव पुल से ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के दर्शन करने पैदल पहुंचे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग ट्रस्ट के ट्रस्टी श्री राव देवेंद्र सिंह चौहान, सहायक सीईओ श्री अशोक महाजन सहित अन्य ट्रस्टी गण ने प्रतीक स्वरूप बाबा ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग का चित्र भेंट किया।

नर्मदा समापन यात्रा में पंचायत एवं ग्रामीण विकास व श्रम विभाग मंत्री श्री प्रहलाद पटेल, मान्धाता विधायक श्री नारायण पटेल, ज़िला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती पिंकी वानखेड़े, महापौर श्रीमती अमृता यादव सहित विभिन्न जनप्रतिनिधि एवं अधिकारीगण मौजूद थे।
========================================================================
निवेश संवर्धन की नई नीतियों के अनुसार औद्योगिक इकाईयों के प्रस्तावों का परीक्षण करें : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
डेटा सेंटर, खाद्य प्र-संस्करण, सीमेंट सेक्टर में नए निवेश से बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
नई इकाइयों से 13 हजार रोजगार होंगे सृजित

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि भोपाल में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के बाद निवेश के ठोस प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा निवेश संवर्धन की नई नीतियों के अनुसार औद्योगिक इकाईयों की स्थापना के लिए पूर्ण सहयोग दिया जाएगा। विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के लिए संबंधित विभाग प्रस्तावों के आवश्यक परीक्षण का कार्य पूर्ण कर उद्योग स्थापना में सहयोग करें। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंगलवार को मंत्रालय में निवेश संवर्धन पर मंत्रि-परिषद समिति की बैठक में विभिन्न प्रस्तावों पर मंत्रीगण और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ चर्चा की।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत भोपाल में डेटा सेंटर, इंदौर में आईटी इंफ्रा डेवलपर, औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन विभाग के अंतर्गत सिंगरौली में सासन पॉवर लिमिटेड के पुनर्विलोकन अभ्यावेदन के अलावा रतलाम में फेरौ अलॉय, भिण्ड में प्लाईबोर्ड, मुरैना और धार में खाद्य प्र-संस्करण, नीमच में सीमेंट सेक्टर और रायसेन में पेपर, प्लास्टिक एंड पैकेजिंग की इकाईयों के प्रस्तावों का परीक्षण करने के निर्देश दिए। इससे इन इकाईयों को राज्य सरकार द्वारा घोषित नई उद्योग संवर्धन नीतियों के प्रावधानों के अंतर्गत विभिन्न रियायतें प्रदान की जा सकेंगी।

बैठक में जानकारी दी गई कि नवीन प्रस्तावों से लगभग 13 हजार व्यक्तियों को रोजगार प्राप्ति की संभावनाएं है। भोपाल में बड़वई आईटी पार्क प्रारंभ होने से 870 लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार मिलने की संभावना है। सुपर कॉरिडोर इंदौर में आईटी इंफ्रा डेवलपर से लगभग 10 हजार, भिण्ड में प्लाई बोर्ड सेक्टर से 750, मुरैना में खाद्य प्र-संस्करण इकाई से 320, धार जिले में खाद्य प्र-संस्करण इकाई से 549, नीमच जिले में सीमेंट इकाई से 556 लोगों को रोजगार मिलने की संभावना है।

बैठक में ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य कुमार काश्यप, संस्कृति, पर्यटन एवं धार्मिक न्यास और धर्मस्व राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री धर्मेन्द्र सिंह लोधी, कौशल विकास एवं रोजगार विभाग राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गौतम टेटवाल, मुख्य सचिव श्री अनुराग जैन, मुख्यमंत्री कार्यालय में अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजौरा, अपर मुख्य सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी श्री संजय कुमार दुबे, अपर मुख्य सचिव वन श्री अशोक बर्णवाल, प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
=======================================================================
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने डॉग स्क्वॉड में प्रशिक्षण और स्वास्थ्य परीक्षण व्यवस्था संबंधी जानकारी प्राप्त की

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मुख्यमंत्री निवास की सुरक्षा में लगे मध्यप्रदेश पुलिस के डॉग स्क्वॉड के श्वान लाली और डॉली को दुलारकर, डॉग स्क्वॉड के प्रशिक्षण और स्वास्थ्य परीक्षण व्यवस्था के संबंध में जानकारी प्राप्त की और आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किऐ। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री निवास की सुरक्षा व्यवस्था में मध्यप्रदेश पुलिस के डॉग स्क्वॉड के श्वानों की पारी वार ड्यूटी रहती है। डॉग स्क्वॉड का मुख्यालय भोपाल में 23वीं बटालियन में है, जहां जर्मन शेफर्ड, डाबरमैन और लैब्राडोर जैसे विभिन्न नस्लों के डॉग्स को प्रशिक्षित किया जाता है। वर्तमान में देशी नस्लों के श्वान भी इसमें शामिल किए गए हैं। प्रशिक्षण में गंध पहचानना, आज्ञा पालन, अपराधियों और लापता व्यक्तियों का पता लगाने के लिए ट्रैकिंग मुख्य रूप से शामिल है। उनके नियमित हेल्थ चेकअप की भी डॉग स्क्वॉड में विशेष व्यवस्था है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मंगलवार को निवास से ओंकारेश्वर प्रवास के लिए रवाना होते समय, पुलिस जवान के साथ मौजूद डॉग स्क्वॉड को दुलार किया। डॉग स्क्वॉड की डॉली और लाली ने प्राप्त प्रशिक्षण के अनुसार निर्देशों का पालन करते हुए अभिवादन किया।
==========================================================================
#MohanYadav,#DrMohanYadav,#CMMadhyaPradesh,#DrMohanYadav51,#mpcm,#madhyapradeshnews,#MadhyaPradesh24,#bhopalnews

aum

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *