भोपाल। भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक का समापन करते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि आदिवासी समुदाय की समुन्नति हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। पं. दीनदयाल उपाध्याय ने कहा था कि अंतिम पंक्ति के अंतिम व्यक्ति को समुन्नत बनाना मानवता की सेवा है। उन्होंने कहा कि हम आदिवासियों के जीवन में सुखद परिवर्तन लाने के लिए योजनाएं चला रहे है। कांग्रेस ने कभी इस तरह क्रांतिकारी बदलाव लाने की कल्पना भी नहीं की होगी। आवश्यकता इस बात की है कि मोर्चा के कार्यकर्ता आदिवासी समुदाय में अपनी विशिष्ठता, मौलिकता और सादगी के साथ पहुंचे और उनका विश्वास अर्जित करें। आदिवासी समुदाय प्रतिबद्धता का धनी है। दिल से दिल की बात करके हमें उनका विश्वास जीतना है। मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष श्री गजेन्द्रसिंह पटेल और पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष श्रीमती रंजना बघेल ने उन्हें जैकेट, साफा और तीर कमान भेंटकर मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। इस अवसर पर मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री रामविचार नेताम ने भी बैठक को संबोधित किया और मोर्चा पदाधिकारियों से आग्रह किया कि वे समाज से संवाद और संपर्क में निरंतरता बनाए रखें। आदिवासी समुदाय ने भारतीय जनता पार्टी की उनके प्रति प्रतिबद्धता को समझा है और हमेशा समर्थन और आशीर्वाद दिया है। इसी का नतीजा है कि प्रदेश में 47 विधानसभा क्षेत्रों में (आरक्षित) 32 पर भगवा फहरा रहा है। बैठक में श्री विजय शाह, श्री अंतर सिंह आर्य, श्री ओमप्रकाश धुर्वे, श्रीमती रंजना बघेल, श्री फग्गनसिंह कुलस्ते, श्रीमती संपतिया उइके, श्री यशंवत दरबार सहित मोर्चा के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने भाग लिया और राजनैतिक प्रस्ताव पारित करते हुए केन्द्र में श्री नरेन्द्र मोदी सरकार और प्रदेश की शिवराजसिंह सरकार की जनहितैषी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए आभार प्रदर्शन किया।
श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा कि राज्य में प्रत्येक आदिवासी परिवार को 1 रूपए किलो गेहंू, चावल और आयोडीन नमक देने की व्यवस्था की गयी है। देश में इस तरह का बंदोबस्त किसी राज्य में पहली बार किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारे लिए आदिवासी मतदाता नहीं हमारा आराध्य है। उनकी पूरी परवरिश करना हमारा पुनीत कत्र्तव्य है। सहरिया, बैगा, भारिया तथा अन्य आदिम जातिया आज भी अत्यंत पिछड़ी अवस्था में है। इसका कारण है कि इनकी समस्याए अलग है। हमें इनकी समस्याओं का अलग-अलग ढंग से समाधान करना होगा। इसके लिए मोर्चा इनके विशेष सम्मेलन और चैपाले लगाने के लिए आगे आए। यह कार्य जनवरी से लेकर अप्रैल, जून तक पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि परंपरागत कब्जे के आधार पर हमने 2 लाख से अधिक वनवासियों को वनभूमि के पट्टे दिए है और इस कार्य को अनवरत जारी रखा जा रहा है। इसके लिए युद्धस्तर पर प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मकान बनाने के लिए भूमि और मदद दी जा रही है। 2022 तक प्रदेश में कोई भी आवासहीन नहीं रहेगा।
उन्होंने कहा कि आदिवासी छात्रों को पढ़ाई के लिए छात्रवृत्ति, छात्रावास, मुख्यमंत्री छात्र गृह योजना का लाभ दिया जा रहा है। छात्रवृत्ति को महंगाई से जोड़ दिया गया है, जिससे यह बिना उहापोह के अपने आप समयानुकूल छात्रवृत्ति बढ़ती जायेगी। आदिवासी छात्रों को आईआईटी, आईआईएम, मेडीकल, इंजीनियरिंग में पढ़ाई के लिए मदद दी जा रही है और जो छात्र विदेश में उच्च अध्ययन करना चाहते है उसका पूरा शुल्क राज्य सरकार वहन कर रही है। इससे आदिवासियों के किशोर और युवा उर्जावान छात्र उच्च अध्ययन करके औहदे पर पहंुचेंगे। साथ ही प्रदेश में एक वर्ष में साढ़े सात लाख युवकों को रोजगार देने की व्यवस्था की गयी है। उन्हें सरकार की गारंटी पर कर्ज दिलाया जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी ने आदिवासियों के कल्याण के लिए क्रांतिकारी अभियान आरंभ किया है। जिसका लाभ जन-जन तक पहुंचाने के लिए मोर्चा को कमर कसना होगी। आदिवासी हमारा सबसे प्रिय और लाड़ला सखा है। उन्होंने कहा कि हमें समाज में संपर्क करते हुए बनावटी वेशभूषा से परहेज करना होगा। जिस समाज का हम प्रतिनिधित्व करते है यदि हम उससे विलग दिखाई देगे तो हमारा कोई असर नहीं होगा। इसलिए हमें समाज में स्वाभाविक वेशभूषा और आचार विचार से मेलजोल बढ़ाना होगा तभी विश्वास का सेतु बनेगा। उन्होेंने मोर्चा से आग्रह किया कि वह प्रशिक्षण वर्ग, सम्मेलन, छात्र सम्मेलन करने के साथ ही आदिवासियों की पंरपरा के अनुसार संध्याकालीन चैपाल आयोजित करें जिसका परिवेश सांस्कृतिक होगा और मेलजोल बढ़ेगा। आदिवासी महापुरूषों ने स्वतंत्रता की अलख जगाई थी। शहादत दी थी, लेकिन कांग्रेस ने उसकी उपेक्षा की। हमें इनका महिमा मंडन करते हुए इस प्रकार समाज के सामने लाना है जिससे समाज उर्जित होगा राष्ट्र के निर्माण में उठ खड़ा हो। भाजपा सरकार ने महापुरूषों के स्मारक बनाए है उनका सम्मान किया है।
श्री शिवराजसिंह चौहान ने अनुसूचित जनजाति मोर्चा के कार्यकर्ताओं से मार्मिक अपील की कि वे आने वाले समय में आदिवासियों से संपर्क और संवाद बनाकर उनकी समस्याओं का दिल से समाधान करें जहां पट्टे की आवश्यकता हो पट्टे दिलाए जाए। उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ सुनिश्चित करें। यह कार्य योजनाबद्ध तरीके से किया जाना चाहिए। राज्य सरकार वनवासियों की समस्याओं के प्रति संवेदनशील है। वनोपज को माटी मोल नहीं बिकने दिया जायेगा। इसके लिए समर्थन मूल्य निर्धारित किए जा चुके है और राज्य सरकार शिद्दत के साथ समर्थन मूल्य पर खरीदी जारी रख रही है। चिरौंजी का समर्थन मूल्य 100 रूपए रखा जाना इसका सबूत है। उन्होंने कहा कि राजनैतिक दल के रूप में हमारी कुछ जिम्मेदारी है और हमें जनता को विश्वास में लेकर जनता का समर्थन और आशीर्वाद हासिल करना है। इसके लिए हमारे पास आने वाले 8 माह का समय है। इस दौरान हमें वनवासी अंचल में पहुँचकर सघन संपर्क स्थापित कर विश्वास का सेतु बनाकर उनकी समस्याओं का समाधान करते हुए समर्थन प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध होना है। प्रदेश में आदिवासी समुदाय की आबादी एक चैथाई है और उनका समर्थन हर चुनाव में निर्णायक होता है। पिछले तीन चुनावों के अवसरों की तरह चैथी बार भी उनका निर्णायक समर्थन मिलेगा और प्रदेश में सरकार बनाने में प्रभावी योगदान सिद्ध होगा।
बैठक में राजनैतिक प्रस्ताव पर चर्चा करते हुए इस बात पर चिंता व्यक्त की गयी कि कुछ राष्ट्र विरोधी तत्व आदिवासी जनजीवन के साथ छेड़छाड़ कर रहे है और उन्हें हिन्दू संस्कृति के अंचल से विलग बताकर गुमराह कर रहे है। इस बात को लेकर सतर्कता आवश्यक है। हमें स्मरण रखना होगा कि हम हिन्दू संस्कृति के अंग है। हिन्दू जाति नहीं है। यह हमारी पहचान है। मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री यशवंत दरबार ने स्वच्छ भारत अभियान का संकल्प दिलाया।
कांग्रेस ने अनुसूचित जनजाति का भावनात्मक शोषण कियाः चौहान
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री नंदकुमारसिंह चौहान ने अनुसूचित जनजाति मोर्चा की प्रदेश कार्यसमिति की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि आजादी के बाद जनजाति के कल्याण के लिए पहली बार जब अटलजी के नेतृत्व में केन्द्र में सरकार बनी, प्रथक जनजाति कल्याण मंत्रालय गठित कर श्री जुएल ओराम और श्री फग्गनसिंह कुलस्ते को मंत्रालय की कमान सौंपी गयी। कांग्रेस ने तो गरीबी का दोहन किया और गरीबी हटाओं का नारा देकर सत्ता हथियाने का काम भर किया। जनजाति समुदाय की स्वतंत्रता संग्राम में महती भूमिका रही। भारतीय जनता पार्टी ने जनजाति के महापुरूषों को सम्मान दिया और उनकी स्मृति को अजर-अमर बनाने के लिए स्मारक बनाये और पुरस्कार घोषित किए है। उन्होंने कहा कि समय आ गया है कि जनजाति परिवार कांग्रेस से हिसाब तलब करे। कांग्रेस के बहकावे में जनता नहीं आए इसलिए मोर्चा कार्यकर्ताओं को जन जन से कांग्रेस की कारगुजारी से अवगत कराना है।
उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बाद भाजपा ने अनुन्नत वर्ग को समुन्नत बनाने का महत्वाकांक्षी कार्यक्रम हाथ में लिया है। आदिवासी उर्जावान छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए सरकारी खर्च पर विदेश भेजा जा रहा है। रवि बानवी और चन्द्रकांता महोबिया जैसे अनेक आदिवासी बेटा- बेटी विदेशों में उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे है। भाजपा की नीति और नीयत साफ है जबकि कांग्रेस की नीति और नीयत में खोट थी, इसलिए इनके उत्थान का कार्य नहीं किया। श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में श्री शिवराजसिंह चैहान के नेतृत्व में आदिवासी समुदाय को सामाजिक, आर्थिक समुन्नति के लिए प्रोत्साहन दिया गया है। जनजाति को नई पहचान मिली है। बिरसा मंुडा, तात्या भील, शंकर शाह, रानी दुर्गावती जैसी महापुरूषों के योगदान को स्वीकृती दी गयी है। उनके सम्मान में स्मारक स्थापित किये गये है। जनजाति परिवारों के चंहुमुखी विकास का मार्ग भाजपा सरकार ने प्रशस्त किया है। समय आ गया है कि राज्य सरकार की सुविधाओं का लाभ उठाकर स्वावलंबी और प्रगतिशील किसान, सफल उद्यमी बने। कांग्रेस ने राजनैतिक हितों के लिए जनजाति को बांटा है। उसके मंसूबों को सजग रहकर विफल करे। काम के आधार पर भारतीय जनता पार्टी और सरकार को समर्थन और आशीर्वाद देकर सशक्त बनाए। अनुसूचित जनजाति मोर्चा कार्यकर्ता सरकार की उपलब्धियों और कार्यक्रमों से समुदाय को रूबरू करें।