13/09/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि जापान के साथ भारत के नए आर्थिक सामरिक सहयोग की शुरूआत हो रही है। एशिया अफ्रीकी कारिडोर बनाने की नींव रखी जा रही है। 12 वी भारत जापान सहयोग की बैठक में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे गुरूवार को आर्थिक सामरिक सहयोगी नई इबारत लिखेंगे। भारत में पहली बुलेट ट्रेन परियोजना की दोनों प्रधानमंत्री गुजरात में आधारशिला रखेंगे। भूटान जैसे छोटे देश की सुरक्षा में जिस प्रतिबद्धता के साथ भारत ने चीन के विस्तारवाद का विरोध किया है, जापान को इस नाजुक समय में भारत और उसके प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के रूप में संकटमोचक नजर आ रहा है। चीन की दक्षिण चीन सागर पर नजर ही ऐसा नाजुक मोड़ है जहां द्विपक्षीय सहयोग में भारत और जापान की रूचि है।
उन्होंने कहा कि डोकलाम विवाद में जिस तरह जापान ने खुलकर भारत की पहल का समर्थन किया उससे सहयोग का मार्ग प्रशस्त हुआ है। उन्होंने कहा कि चीन ने राष्ट्रों की संप्रभुता की उपेक्षा करते हुए वन बेल्ट वन रूट प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया है। भारत उपेक्षित महसूस करता है, लेकिन प्रस्तावित अफ्रीकी एशिया काॅरीडोर इसका माकूल जवाब है जिसमें जापान की प्रभावी भूमिका होगी।
डॉ. विजयवर्गीय ने कहा कि प्रस्तावित बुलेट ट्रेन हाईस्पीड रेलवे लाईन 508 कि.मी. लंबाई पूरी करेगी और इसके संचालन के लिए चार हजार कर्मियों की जरूरत है। जापान में इनका प्रशिक्षण आरंभ हो चुका है। बुलेट ट्रेन से 50 हजार लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार भी मिलेगा। भारत और जापान पहले ही अफ्रीकी विकास बैंक में बुलेट ट्रेन परियोजना का आकंलन और एशिया अफ्रीका ग्रोथ कारीडोर के भविष्य के प्रति नई आशा व्यक्त कर चुके है। डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने आशा व्यक्त की है कि भारत जापान सालाना बैठक का नया इतिहास गढ़ेगी।