भोपाल : शनिवार, जूलाई 29, 2017
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार हर साल किशोर न्याय के क्षेत्र में किये गये कार्यों का आकलन प्रस्तुत करेगी ताकि इस दिशा में बेहतर कार्य किया जा सके।
चौहान ने कहा कि ऐसे अपराधी तत्व जो बच्चों को अपराध करने के लिये बहलाते-फुसलाते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी। सभी कलेक्टरों को निर्देश दिये जायेंगे कि उनके जिलों में ऐसे बच्चों की पहचान करें और उन्हें गरिमापूर्ण जीवन देने के इंतजाम करें। ऐसे बच्चों की जिम्मेदारी उठाना सरकार का धर्म और कर्त्तव्य है। सरकार अपनी ओर से भरपूर प्रयास कर रही है लेकिन बहुत कुछ करना शेष है।
उन्होंने कहा कि असहाय, बेघरबार, अनाथ बच्चों को खोज कर उन्हें पढ़ाने-लिखाने का अभियान चलाया जायेगा। उनकी सुरक्षा के इंतजाम किये जायेंगे। मुख्यमंत्री आज यहाँ राष्ट्रीय न्यायिक अकादमी में किशोर न्याय और क्षमता विकास पर राज्य स्तरीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनाथ और असहाय बच्चों को स्कूल भेजने के लिये भरपूर प्रयास किये गये हैं। उन्होंने कहा कि जिन परिस्थितियों में बच्चे अपराध करने के लिये विवश होते हैं, उनमें बदलाव जरूरी है। समाज के सहयोग के बिना यह संभव नहीं है। सरकार की ओर से शिक्षा की व्यवस्था, छात्रवृत्ति, सायकल देने, प्रतिभाशाली बच्चों की फीस भरने जैसे उपाय किये जा रहे हैं। समाज और सरकार दोनों को मिलकर कार्य करने की जरूरत है। अनाथ और असहाय बच्चों के अधिकारों के संरक्षण के लिये समाज को भी जुड़ना होगा। राज्य सरकार किशोर न्याय अधिनियम के पालन के लिये की कई अनुसंशाओं को ईमानदारी से क्रियान्वित करेगी।