3/7/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रदेश प्रवक्ता डॉ. दीपक विजयवर्गीय ने कहा कि 30 जून की रात्रि में संसद के केन्द्रीय कक्ष में आयोजित जश्न में कांग्रेस ने भाग नहीं लेकर अपनी यथास्थितिवादी मानसिकता का ही सबूत दिया है, क्योंकि कांग्रेस ने आजादी के बाद सामाजिक आर्थिक क्षेत्रों में निर्णायक पहल करने के बजाए समस्याओं से मुंह मोड़ने की मानसिकता का सबूत दिया है।
उन्होंने कहा कि गत तीन वर्षो में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वित्तीय समावेशन के मामलों को तरजीह दी है। जबकि कांग्रेस की सरकारों की इस दिशा में सुस्ती परिलक्षित हुई है। कांग्रेस का नजरिया कभी प्रगतिशील परिवर्तनवादी नहीं रहा। उसका उद्देश्य जनता को वायदों और नारों से भ्रमित करके वोट बैंक बनाए रखने का रहा है जिसका नतीजा देश ने भुगता है। दूसरी ओर श्री नरेन्द्र मोदी ने हर चुनौती का डटकर सामना किया और देश का जीडीपी बढाया। मुद्रा स्फीति पर लगाम लगायी है। जीएसटी लागू करके भारत को विश्व के उन 165 देशों की पंक्ति में खड़ा कर दिया है जो प्रकारान्तर में जीएसटी को लागू करके निवेशकों और कारोबारियों का पंसदीदा देश बने है।
डॉ. विजयवर्गीय ने कहा कि आजादी के बाद राज्यों को अपने ढर्रे पर आजाद कर दिया जिससे टैक्सों की भूल भूलैया बनी रही। 17 टैक्स खत्म किए गए और जीएसटी ने एक देश एक कर और एक बाजार की कल्पना को साकार किया है।