• Fri. Nov 22nd, 2024

छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्‍याभिषेक दिवस के 350वें वर्ष पर प्रधानमंत्री ने शिवाजी महाराज की वीरता को याद किया

छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्‍याभिषेक दिवस के 350वें वर्ष पर प्रधानमंत्री ने शिवाजी महाराज की वीरता को याद किया
chatrapatishivaji,chatrapatishivajirajyabhshekdiwas

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि छत्रपति शिवाजी वीरता और साहस के प्रकाशपुंज थे और उन्‍होंने हमें स्‍वाराज का रास्‍ता दिखाया। शिवाजी महाराज के राज्‍याभिषेक के 350वें वर्ष पर वीडियो संदेश में श्री मोदी ने कहा कि जब छत्रपति शिवाजी का राज्‍याभिषेक हुआ तो उसमें स्‍वराज का नारा समाहित था। उन्‍होंने कहा कि छत्रपति शिवा जी हमें हमेशा प्रेरित करते रहे हैं। श्री मोदी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महान सेनानी और प्रशासक थे जिन्‍होंने दास्‍ता की मानसिकता का अंत किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि सैकड़ों वर्षों की दास्‍ता ने देशवासियों का स्‍वाभिमान और आत्‍मविश्‍वास छीन लिया था और ऐसे समय में लोगों में विश्‍वास जगाना कठिन काम था लेकिन छत्रपति शिवाजी महाराज ने उस कालखंड में न केवल आक्रांताओं मुकाबला किया बल्कि लोगों में यह विश्‍वास पैदा भी किया कि स्‍वराज संभव है। उन्‍होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी के आदर्श प्ररेणा के महान स्रोत हैं। शिवाजी महाराज ने देश की एकता और अखंडता को हमेशा सर्वोपरि माना। श्री मोदी ने कहा कि शिवाजी महाराज के विचारों का प्रतिबिंब एक भारत श्रेष्‍ठ भारत की भावना में देखा जा सकता है। उन्‍होंने कहा कि भारत की समुद्री क्षमताओं को पहचानते हुए छत्रपति शिवाजी महाराज ने नौसेना का विस्‍तार किया और उनका कुशल प्रबंधन आज भी सबके लिए प्रेरणा का स्रोत है।

प्रधानमंत्री ने शिवाजी महाराज द्वारा बनाए गए किलो का भी उल्‍लेख किया जो आज भी तेज लहरों का सामना करने के बावजूद समुद्री के बीचो-बीत गर्व के साथ खड़े हैं। प्रधानमंत्री ने शिवाजी महाराज के राज्‍य के विस्‍तार का भी उल्‍लेख किया और कहा कि उन्‍होंने समुद्री तट से लेकर पहाड़ों तक किले बनाए। शिवाजी महाराज से मिली प्रेरणा पर प्रकाश डालते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने पिछले वर्ष ब्रिटिश शासन का नौसेना का झंडा का हटाकर भारतीय नौसेना को दास्‍ता के अवशेषों से मुक्‍त कराया। श्री मोदी ने कहा कि अब यह ध्‍वज समुद्र और आकाश में नए भारत के गौरव का प्रतीक है। उन्‍होंने कहा कि अमृतकाल के 25 वर्षों की यात्रा छत्रपति शिवाजी महाराज के मूल्‍यों के आधार पर पूरी होनी चाहिए। उन्‍होंने कहा कि यह यात्रा छत्रपति शिवाजी के सपनों के अनुरूप स्‍वराज, सुशासन और आत्‍मनिर्भर भारत की यात्रा होगी।
==========================================Courtesy=========================
छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्‍याभिषेक दिवस के 350वें वर्ष पर प्रधानमंत्री ने शिवाजी महाराज की वीरता को याद किया
chatrapatishivaji,chatrapatishivajirajyabhshekdiwas

aum

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *