डॉ. मोहन भागवत ने आज नागपुर में तृतीय वर्ष के संघ शिक्षा प्रशिक्षण समापन समारोह को संबोधित किया
DrMohanBhagwat,RSS,rashtriyaswayamsevaksangh
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा है कि सभी का कर्तव्य है कि अपनी प्राचीन परंपरा को याद रखें और सभी विविधताओं को समाहित करने वाली भारतीय संस्कृति को स्वीकार करें। उन्होंने कहा कि हमारे देश में प्राचीन काल से ही विविधताओं में समन्वय की संस्कृति रही है। डॉ. भागवत आज नागपुर के रेशिमबाग ने डॉक्टर हेडगेवार स्मारक स्मृति मंदिर में संघ के तृतीय वर्ष के संघ शिक्षा प्रशिक्षण समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे। डॉ. भागवत ने कहा कि भारत ने आर्थिक संकट और कोरोना महामारी में सबसे अच्छा काम किया है। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि भारत को प्रतिष्ठित जी-20 की अध्यक्षता मिली।
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डॉ. मोहन भागवत ने आज नागपुर में तृतीय वर्ष के संघ शिक्षा प्रशिक्षण समापन समारोह को संबोधित किया
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