प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा- सरकार ने सुधार दृढ विश्वास से किए है, न कि विवशता से। संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण को दूरदर्शी बताया
#narendramodi,#PM,#primeministerofindia,#todayindialive,#todayindia24प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि उनकी सरकार ने राष्ट्रहित में कई निर्णय लिए हैं और अन्य देशों में भारत के प्रति सकारात्मकता है। उन्होंने कहा कि ये सुधार मजबूरी से नहीं बल्कि दृढ़ विश्वास से किए गए हैं। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि उनकी सरकार की प्राथमिकता वंचितों, गरीबों, आदिवासियों के कल्याण के लिए काम करना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल के वर्षों में देश की विश्वसनीयता, क्षमता और अवसरों में काफी वृद्धि होने के कारण दुनिया बड़ी उम्मीद और आशा के साथ भारत की ओर देख रही है। श्री मोदी ने कहा कि भारत में निर्णायक सरकार होने के कारण राजनीतिक स्थिरता दिखाई देती है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर लोकसभा में चर्चा का जवाब देते हुए श्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को दूरदर्शी बताया। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ने देश को दिशा दी है और देश अब आत्मविश्वास और गर्व से भर गया है।
श्री मोदी ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन का हर पल देश की जनता के लिए समर्पित किया है। उन्होंने कांग्रेस पर जमकर निशाना साधते हुए 2004 से 2014 को एक खोया हुआ दशक बताया। श्री मोदी ने कहा कि इस अवधि के दौरान कई घोटालों और आतंकवाद की घटनाओं ने देश को तबाह कर दिया था। उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन-यूपीए शासन के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था खराब स्थिति में थी और मुद्रास्फीति दहाई अंक में पहुंच गई थी। प्रधानमंत्री ने कहा कि वोट बैंक की राजनीति ने देश को नुकसान पहुंचाया, भारत के विकास में देरी की और मध्यम वर्ग को नजरअंदाज किया गया, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन-एनडीए सरकार ने उन्हें सुरक्षा प्रदान की। उन्होंने कहा कि विपक्ष ने आरोप लगाने में पिछले नौ वर्ष बर्बाद कर दिए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि करोड़ों लोगों का विश्वास उनका सुरक्षा कवच है और इसे अपशब्दों और आरोपों से तोड़ा नहीं जा सकता। उनके खिलाफ विपक्ष के आरोपों का स्पष्ट संदर्भ देते हुए श्री मोदी ने कहा कि लोगों का उन पर भरोसा अखबारों की सुर्खियों या टीवी दृश्यों के कारण नहीं बल्कि उनके वर्षों के समर्पण के कारण है।
विपक्ष के केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोपों के बारे में श्री मोदी ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय ने सभी विपक्षी दलों को एक मंच पर लाया है और इसने वह किया है जो मतदाता नहीं कर सके। उन्होंने आरोप लगाया कि अगर जांच एजेंसियां भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई करती हैं तो वे उन पर हमला करती हैं।
सरकारी कल्याणकारी उपायों को सूचीबद्ध करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत दुनिया के कई देशों में कोविड महामारी, अस्थिरता और संघर्ष, बढ़ती मुद्रास्फीति और बेरोजगारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। उन्होंने कहा कि भारत की जी-20 की अध्यक्षता देश के लिए गौरव का क्षण है। देश के बढ़ते डिजिटल बुनियादी ढांचे और तकनीकी कौशल पर श्री मोदी ने कहा कि भारत एक विनिर्माण केंद्र के रूप में उभर रहा है। उन्होंने कहा कि देश दुनिया की तीसरी सबसे बडी स्टार्ट-अप व्यवस्था के रूप में उभरा है और यहां 90 हजार से अधिक स्टार्ट-अप हैं। उन्होंने कहा कि देश ने मोबाइल निर्माण, घरेलू हवाई यात्रा, ऊर्जा खपत, नवीकरणीय ऊर्जा और खेल सहित विभिन्न क्षेत्रों में शानदार विकास किया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए के शासन में जम्मू कश्मीर भी कई दशकों के बाद शांति और स्थिरता का युग देख रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में रिकॉर्ड संख्या में पर्यटकों ने कश्मीर घाटी की यात्रा की है। श्री मोदी ने कहा कि पूर्वोत्तर में भी स्थिति में काफी सुधार हुआ है। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपति के अभिभाषण को दूरदर्शी बताते हुए कहा कि इससे देश को दिशा मिली है और देश अब आत्मविश्वास और गर्व से भर गया है। इससे पहले प्रधानमंत्री के भाषण के दौरान कांग्रेस सदस्यों ने सदन से कुछ देर के लिए वाकआउट किया।
इसके बाद सदन ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को ध्वनि मत से स्वीकार कर लिया।
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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा- सरकार ने सुधार दृढ विश्वास से किए है, न कि विवशता से। संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण को दूरदर्शी बताया
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