बैतूल जिले के खण्ड-स्तरीय स्वास्थ्य परीक्षण शिविरों में मंत्री डॉ. शेजवार
भोपाल : रविवार, मई 28, 2017
वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार ने कहा कि प्रदेश सरकार वनांचल में रहने वाले परिवारों की गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य के प्रति पूरी तरह सजग है। दीनदयाल वनांचल स्वास्थ्य सेवा योजनातंर्गत खण्ड स्तर पर गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य परीक्षण शिविर आयोजित किये जा रहे हैं। बैतूल जिले में 28 मई को समस्त विकाखण्ड स्तर पर द्वितीय चरण के स्वास्थ्य शिविर आयोजित किये गये। इन शिविरों में वनांचल क्षेत्र के ग्रामों की गर्भवती महिलाओं का स्थानीय एवं भोपाल से आये चिकित्सकों द्वारा परीक्षण कर आवश्यक उपचार उपलब्ध करवाया गया। डॉ. शेजवार बैतूल जिले के शाहपुर, चौपना एवं सेहरा में इन शिविरों को संबांधित कर रहे थे। शिविरों में उन्होंने महिलाओं को उपलब्ध करवाई जा रही स्वास्थ्य सेवाओं का भी निरीक्षण किया। शिविरों में सासंद श्रीमती ज्योति धुर्वे एवं विधायक श्री मंगलसिंह धुर्वे भी मौजूद रहे।
डॉ. शेजवार ने कहा कि वनांचल क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं से अपेक्षा है कि वे गर्भावस्था के दौरान चिकित्सकों द्वारा दी जा रही सलाह का पालन कर दवाईयों का सेवन करें तथा आवश्यक पौष्टिक भोजन अवश्य करें। सुरक्षित प्रसव के लिये जरूरी है कि महिलाओं के संस्थागत प्रसव ही करायें जायें। डॉ. शेजवार ने कहा कि जिन महिलाओं को बड़े अस्पतालों में प्रसव की आवश्यकता पड़ेगी, उन्हें वहाँ भेजा जायेगा। सेहरा के शिविर में श्रीमती ज्योति धुर्वे ने कहा कि दीनदयाल वनांचल स्वास्थ्य सेवा योजना वनाचंल क्षेत्र की गर्भवती महिलाओ के स्वास्थ्य के लिये वरदान बनी हैं। योजना में वेहतर उपचार सुविधा मिलने से मातृ-मृत्यु दर में कमी आयेगी। चौपना के शिविर में श्री मंगलसिंह धुर्वे ने कहा कि योजना वनांचल क्षेत्र में रह रहे आदिवासी परिवारों की महिलाओं के लिये काफी उपयोगी सिद्ध हुई है। उचित उपचार मिलने से शिशु स्वस्थ रहेंगें एवं माताओं की प्रसूति में कोई खतरा नहीं रहेगा। शिविरों में गर्भवती माताओं की गोद गुड़ एवं नारियल से भरी गई।
इस दौरान भोपाल की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. बसंती साहू, डॉ. मधु सिंहारे, डॉ. सुषमा निगम, डॉ. सुनीता काम्वले, डॉ. किरण वाडिवा, डॉ. प्रतिभा रघुवंशी (जिला चिकित्सालय बैतूल) डॉ. सीमा सूद (पाथाखेड़ा) को प्रशस्ति-पत्र से सम्मानित किया।
संचालक स्वास्थ्य डॉ. के.एल. साहू ने जिला स्तरीय जांच की सुविधा विकासखण्ड मुख्यालयों पर उपलब्ध करवाने के लिये मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मोजेस की सराहना की।
जिले में हुए स्वास्थ्य परीक्षण शिविरों में सेहरा में 426, शाहपुर 254, घोड़ाडोंगरी 324, भीमपुर 270, चिचोली 254, भैसदेही 360, आमला 140, आठनेर 360, मुलताई 356, प्रभात पट्टन 259 कुल 3003 गर्भवती महिलाओं का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया।