27/05/2017
भोपाल। भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सनवर पटेल ने कहा कि भारत की नागरिक उज्मा अहमद को पाकिस्तान से आजाद कराने में भारत के विदेश मंत्रालय, विशेष रूप से विदेश मंत्री श्रीमती सुषमा स्वराज ने मानवीय संस्पर्ष के साथ जो भूमिका का निर्वाह किया है काबिले तारीफ है।
उन्होंने कहा कि उज्मा अहमद ने पाकिस्तान में मिले कटु और अमानवीय बर्ताव के लिए ही पाकिस्तान को मौत का कुआं बताया है। उज्मा ने पाकिस्तान में मर्दो और औरतों के साथ होने वाले अमानवीय सलूक की दुखद कहानी कहकर तथाकथित पाक परस्तों को आगाह किया है कि भारत में जो मानवाधिकारों की सुरक्षा है, पाकिस्तान में जनजीवन त्रस्त है। उज्मा ने स्वदेश लौटकर सीमा की मिट्टी को प्रणाम किया और वतन परस्ती का सबूत दिया। उज्मा के साथ पाकिस्तानी नागरिक ताहिर अली ने बेजा करतूत की और धोखे से शादी रचाकर उसके मानवाधिकारों का हनन किया लेकिन जैसे ही पाकिस्तान स्थित भारतीय दूतावास में उज्मा ने कदम रखा उसे सामयिक सहायता मिली। उसे विदेश मंत्री की पहल पर न्यायालय से राहत मिली और वाघा सीमा पर प्रवेश करते ही उज्मा ने भारत की मिट्टी को सलाम कर भारतीय नागरिक होने पर गर्व का इजहार किया।
डॉ. पटेल ने कहा कि उज्मा के अनुभव ने साबित कर दिया है कि इस्लाम ही नहीं दीगर कोई भी धर्म मानने वाले अल्पसंख्यकों के लिए जितनी आजादी भारत में है उतनी पाकिस्तान और अन्य मुस्लिम बहुल देशों में नहीं है। यह भारतीय संविधान और मुल्क की सबका साथ सबका विकास परंपराओं में रचे बसेे शासकों की धर्म निरपेक्षता और मानवतावादी तासीर का कमाल है। यही कारण है कि स्वदेश लौटने पर उज्मा अहमद ने राष्ट्रवादी मुसलमान होने का सबूत दिया और पाकिस्तान ने मानवाधिकारों के उल्लंघन के कारण पाकिस्तान के दुखद सूरतेहाल पर चिंता व्यक्त की।