इसी साल 5 से 15 अक्टूबर तक होगा गांधीसागर में होगा महोत्सव, महोत्सव आयोजन की सभी तैयारियों समय रहते पूरी कर ली जायें- प्रभारी मंत्री श्रीमती चिटनीस, महोत्सव की तैयारी हेतु मंदसौर व नीमच के जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों की संयुक्त बैठक सम्पन्न
मन्दसौर | 21-मई-2017
गांधीसागर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर का पर्यटन केन्द्र बनाने की दिशा में म.प्र. पर्यटन विकास निगम एवं जिला प्रशासन मंदसौर ने अपने प्रयास तेज कर दिये है। म.प्र. पर्यटन विकास निगम एवं जिला प्रशासन मंदसौर हनुवन्तिया जल महोत्सव की तर्ज पर जिले के गांधीसागर बांधस्थल में इसी साल एक महोत्सव आयोजित करने की तैयारी कर रहा है। इस महोत्सव के आयोजन के साथ ही गांधीसागर रिर्सोट और बोट क्लब का शुभारंभ भी किया जायेगा। गांधीसागर में इस 10 दिवसीय महोत्सव का आयोजन 5 से 15 अक्टूबर तक किया जायेगा। गांधीसागर में यह महोत्सव आयोजित करने की पूर्व तैयारी एवं महोत्सव के नामकरण हेतु 21 मई को मंदसौर व नीमच जिले के जनप्रतिनिधियों एवं जिलाधिकारियों की एक संयुक्त बैठक जिला पंचायत, मंदसौर के सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश की महिला एवं बाल विकास मंत्री तथा मंदसौर व नीमच दोनों जिलों की प्रभारी मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनीस ने की। मालूम हो कि वर्ष 1998 से पहले नीमच अविभाजित मंदसौर जिले का ही हिस्सा था। प्रभारी मंत्री श्रीमती चिटनीस ने इस महोत्सव के आयोजन के लिए दोनो ही जिलों के जनप्रतिनिधियों व जिलाधिकारियों को एक बडे आयोजन के लिए संयुक्त रूप से बैठक लेकर एक नवाचारी प्रयास का आगाज किया।
बैठक में प्रभारी मंत्री श्रीमती चिटनीस ने दोनों ही जिलों के अधिकारियों को परस्पर समन्वय से गांधीसागर में जल महोत्सव के आयोजन की सभी तैयारियां एवं आवश्यक व्यवस्थाएं समय रहते पूरा कर लेने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार प्रदेश में पर्यटन स्थलों के विकास एवं यहां आने वाले पर्यटकों के लिये सभी जरूरी सुविधाओं के विस्तार की हर कोशिश कर रही है। अतः सभी तैयारियां एवं जरूरी व्यवस्थाएं बेहद आला दर्जे की हों। जल महोत्सव में आने वाले किसी भी पर्यटक को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होने कहा कि गांधीसागर जल्द ही एक अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन केन्द्र के रूप में विश्व विख्यात हो सके, इसके लिए महोत्सव का बडे व्यापक स्तर पर प्रचार-प्रसार किया जाये। महिलाओं और बच्चों को इससे जोडा जाये। ऐसे व्यक्ति, महिलाएं और बच्चों जो मंदसौर व नीमच जिले से बाहर जाकर बड़े-बड़े पदों पर अपनी सेवाएं दे रहें हैं तथा दोनो ही जिलों के सभी स्कूलों, कालेजेस के एल्युमिनीज को इस महोत्सव में आमंत्रित किये जाये। प्रयास हो कि यह महोत्सव दोनो जिलों की प्रगति का द्योतक बनें। प्रभारी मंत्री ने कहा कि इस महोत्सव में आने के शुल्क के रूप में प्रत्येक पर्यटक को पौधा लगाना होगा और उसके संरक्षण का संकल्प लेना होगा। गांधीसागर में होने वाले महोत्सव का संपूर्ण क्षेत्र प्लास्टिक व पॉलिथीन फ्री जोन होगा।
बैठक में मंदसौर-नीमच-जावरा संसदीय क्षेत्र के लोकसभा सांसद श्री सुधीर गुप्ता, जिला पंचायत अध्यक्षा मंदसौर श्रीमती प्रियंका डॉ. मुकेशगिरी गोस्वामी, जिला पंचायत अध्यक्षा नीमच श्रीमती अवंतिका जाट, मनासा विधायक श्री कैलाश चावला, नीमच विधायक श्री दिलीप सिंह परिहार, सुवासरा विधायक श्री हरदीपसिंह डंग, गरोठ विधायक श्री चन्दरसिंह सिसौदिया, जिला भाजपाध्यक्ष श्री देवीलाल धाकड, सुवासरा के पूर्व विधायक श्री राधेश्याम पाटीदार, जिला पंचायत सदस्य श्री निहालचन्द मालवीय, जनपद अध्यक्ष मंदसौर श्री शांतिलाल मालवीय, मंदसौर कलेक्टर श्री स्वतंत्र कुमार सिंह, नीमच कलेक्टर श्री रजनीश श्रीवास्तव, प्रभारी पुलिस अधीक्षक मंदसौर श्री बीएस कनेश, अपर कलेक्टर श्री अर्जुनसिंह डाबर, सीईओ जिला पंचायत नीमच श्रीमती जमुना भिडे सहित दोनो ही जिलों के अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं आला अधिकारीगण मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर श्री सिंह ने सभी को बताया कि म.प्र. पर्यटन विकास निगम द्वारा इस महोत्सव के आयोजन के लिए बेहद उम्दा और आला दर्जे की व्यवस्थाएं की जायेगी। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए जल महोत्सव के दौरान वाटर सर्फिंग, वाटर पोलो, नौका दौड एवं वाटर र्स्पोट्स की अन्य गतिविधियां भी आयोजित की जायेगी। पर्यटकों के निवास हेतु जल महोत्सव स्थल पर अस्थाई कॉटेजेस बनाये जायेंगे। उन्होने यह भी बताया कि गांधीसागर में स्थापित हो रहे बोट क्लब के जरिये पर्यटन विकास निगम की टूरिस्ट क्रूज, बोट, स्टीमर व र्स्पोट्स गेम्स संचालन की योजना हैं। बोट क्लब में एक कैफेटेरिया, फूड प्लाजा, किचन, पार्किंग व अन्य सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं। इससे पर्यटको को एक ही स्थान पर सारी सुविधाएं उपलब्ध हो सकेंगी।
कलेक्टर श्री सिंह ने बताया कि केरल और मन्नार खाडी की तर्ज पर म.प्र. पर्यटन विकास निगम गांधीसागर में हाउस बोट संचालन की भी तैयारी कर रहा है। पर्यटन निगम के प्रस्ताव पर मंदसौर जिले में 25 हेक्टेयर शासकीय भूमि और नीमच जिले ने 50 हेक्टेयर शासकीय भूमि पर्यटन निगम को हस्तांतरित कर दी है।
बैठक में इस महोत्सव के नामकरण के लिए प्रभारी मंत्री ने सभी से सुझाव मांगे। सभी ने महोत्सव के लिए अलग अलग नाम सुझाये। इस पर प्रभारी मंत्री ने महोत्सव के नामकरण एवं लोगो फाईनल करने के लिए सोशल मीडिया पर ऑनलाईन प्रतियोगिता कराने की बात कही। यह ऑनलाईन प्रतियोगिता मंगलवार (23 मई से) प्रारंभ होकर अगले मंगलवार अर्थात 30 मई तक चलेगी। जिस प्रतिभागी का नाम फाईनल होगा उसे ईनाम भी दिया जायेगा। इसी तरह महोत्सव के लिए स्लोगन व जिंगल्स के चयन के लिए भी प्रतियोगिता कराई जायेगी। दोनो ही श्रेणी में प्रथम 10 में आने वाले प्रतिभागियों को ईनाम दिया जायेगा।
इस महोत्सव के नामकरण एवं लोगो सहित स्लोगन व जिंगल्स के चयन के लिए प्रभारी मंत्री ने ज्यूरी का गठन भी कर दिया। इस ज्यूरी में लोकसभा सांसद, दोनो ही जिलों की जिला पंचायत अध्यक्षा एवं दोनो ही जिले के कलेक्टर्स को ज्यूरी मेम्बर बनाया गया है। महोत्सव के आयोजन स्थल के चयन के लिए दोनो ही जिलों के जनप्रतिनिधिगण, दोनो ही जिलों के कलेक्टर्स द्वारा प्रस्तावित 4-5 साईट ऑप्शन्स का मुआयना कर स्थल का अंतिम निर्णय लिया जायेगा।
बैठक में उपस्थित लोकसभा सांसद श्री गुप्ता सहित दोनो ही जिलों के विधायकों व अन्य जनप्रतिनिधियों ने अपने-अपने क्षेत्र के विख्यात पर्यटन स्थलों को भी भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा उदयपुर से उज्जैन-इन्दौर के बीच बन रहे बुद्व सर्किट और प्रस्तावित शिव सर्किट में शामिल करने की मांग रखी। सभी ने एक स्वर में कहा कि उदयपुर आने वाले पर्यटको को बरास्ता नीमच, गांधीसागर आने के लिए आकर्षित किया जा सकता है क्योंकि नीमच मालवा और मेवाड दो संस्कृतियों का मिलन केन्द्र है। बैठक में कलेक्टर नीमच श्री श्रीवास्तव ने भी अपनी बात रखकर कहा कि महोत्सव के आयोजन में नीमच जिला पूरा सहयोग करेगा। प्रभारी जिला योजना अधिकारी डा जेके जैन ने गांधीसागर में वर्ष 2015 में हुये झील महोत्सव के वीडियो फुटेज और इस वर्ष 5 से 15 अक्टूबर तक प्रस्तावित महोत्सव के आयोजन की रूपरेखा पर पावर पाईंट प्रेजेन्टेशन के जरिये विस्तार से प्रकाश डाला।
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