madhyapradeshnewsdiary
#madhyapradeshnewsdiary,#shivrajsinghchouhan,#mpcm,#mpnews,#madhyapradeshnews,#todayindia,#todayindia24,#todayindialiveराज्य सरकार एक लाख सरकारी पदों पर करेगी भर्तियाँ
मुख्यमंत्री चौहान ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि जहाँ एक ओर कौशल विकास प्रशिक्षण, स्व-रोजगार के क्षेत्र में अवसर वृद्धि और ऋण-अनुदान योजनाओं से युवाओं के लिए जीविका के साधन निर्मित करने के प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं शासकीय विभागों में रिक्तियों की जानकारी एकत्र की गई है। राज्य सरकार लगभग एक लाख रिक्त पद इस वर्ष अभियान चलाकर भरने जा रही है।मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मंत्रालय में हुई बैठक में विभागों में रिक्त पदों की पूर्ति के लिए तेजी से कार्रवाई करने के निर्देश दिये। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस उपस्थित थे।
अपर मुख्य सचिव सामान्य प्रशासन ने बताया कि 21 बड़े विभाग में 93 हजार 681 पद रिक्त हैं। इनकी पूर्ति के लिए आवश्यक प्रक्रिया संचालित की जाएगी। बताया गया कि स्कूल शिक्षा और जनजातीय कार्य विभाग में विभिन्न श्रेणी के लगभग 30 हजार रिक्त पद हैं, साथ ही लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी और स्वास्थ्य विभाग सहित अन्य विभागों में रिक्त पदों को मिलाकर लगभग एक लाख पदों पर भर्ती का कार्य हो सकेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अन्य विभागों को भी रिक्तियों की जानकारी देने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सुव्यवस्थित और पारदर्शी तरीके से संपूर्ण कार्रवाई के संचालन के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान के निर्देश
विभागों में रिक्त पदों पर भर्ती की कार्रवाई प्रारंभ करें।
पद पूर्ति का कार्य मिशन मोड पर किया जाए।
विभाग विस्तृत जानकारी सामान्य प्रशासन विभाग को सौंपने का कार्य करें।
शासकीय विभाग में रिक्त पदों को भरने से रोजगार के अवसर मिलेंगे।
पदों के भरने से विभागीय कामकाज ज्यादा सुचारू होगा।
निर्धारित प्रक्रिया अपना कर रिक्त पदों में भर्ती की जाए।
=======================================================
बिजली का अपव्यय रोकने के लिए चलाएँ अभियान – मुख्यमंत्री चौहान
उपभोक्ताओं को जागरूक करने के निरंतर प्रयास किए जाएँ
मुख्यमंत्री चौहान ने ऊर्जा और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभाग की गतिविधियों की समीक्षा की
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बिजली के उत्पादन के साथ ही बिजली की बचत कर बड़ी राशि बचाई जा सकती है। आगामी प्रदेश स्थापना दिवस पर एक सप्ताह का ऊर्जा साक्षरता अभियान संचालित किया जाए। जिस तरह घरों में बिजली का अपव्यय रोकने पर ध्यान दिया जाता है, उसी तरह सरकारी दफ्तरों में भी बिजली की बचत हमारी प्राथमिकता में होना चाहिए। बिजली बचाना हमारे स्वभाव का हिस्सा होना चाहिए। ऊर्जा विभाग द्वारा विद्युत उपयोगकर्ताओं को जागरूक बनाने पर निरंतर ध्यान दिया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में ऊर्जा और नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा विभागों की समीक्षा कर रहे थे। नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीप सिंह डंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस और अन्य अधिकारी उपस्थित थे। ऊर्जा मंत्री श्री प्रद्युम्न सिंह तोमर वर्चुअली शामिल हुए।
सोलर सिटी और सौर ऊर्जा संयंत्रों की स्थापना
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सोलर एनर्जी क्षेत्र में मध्यप्रदेश तेजी से आगे बढ़ा है। विश्व धरोहर स्मारक स्थल साँची को प्रथम सोलर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है। इसके लिए निजी क्षेत्र भी सहयोग कर रहा है। केन्द्र सरकार ने मध्यप्रदेश के इस मॉडल की सराहना की है। जहाँ ओंकारेश्वर में 600 मेगावाट क्षमता की फ्लोटिंग सोलर परियोजना अगले एक वर्ष में पूर्ण करने का लक्ष्य है, वहीं आगर-शाजापुर, नीमच सौर परियोजना, जिसकी क्षमता 1500 मेगावाट है, अगले वर्ष उत्पादन के लिए तैयार हो जाएगी। इस परियोजना के लिए विकासकों की चयन प्रक्रिया पूरी करते हुए भूमि आवंटन और अनुबंध हस्ताक्षर करने की कार्यवाही पूरी कर ली गई है। वर्तमान में सब-स्टेशन बनाने का कार्य चल रहा है। इसके अलावा 950 मेगावाट क्षमता की छतरपुर सौर परियोजना कार्य भी शीघ्र प्रारंभ होगा। मुरैना में भी 1400 मेगावाट की सौर परियोजना के लिए विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर बेस लाइन सर्वे का कार्य चल रहा है। इसके लिए 1750 हेक्टेयर भूमि आवंटित की जा चुकी है।
कुसुम परियोजना
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कुसुम परियोजना के कार्यों को भी गति प्रदान की जाए। विशेषकर किसान को कृषि भूमि पर एक या दो मेगावाट क्षमता के सौर संयंत्र स्थापित करते हुए उपजाऊ जमीन पर ग्रीन हाउस निर्माण के लिए प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। इस योजना में किसान को बैंक द्वारा ऋण उपलब्ध करवाने के प्रावधान किए गए हैं। बताया गया कि टीकमगढ़ जिले के खरगापुर में कुसुम-अ परियोजना के लिए पहल की गई है। कुसुम-ब परियोजना में प्रदेश में 6 हजार 787 पंप बीते वर्ष स्थापित किए गए हैं। अन्य एक हजार पात्र किसानों को सोलर पंप के लिए चिन्हांकित कर कार्यादेश जारी किए गए हैं। कुसुम-स परियोजना में प्रथम चरण में 8 मेगावॉट के विकासकों के चयन, द्वितीय चरण में 1250 मेगावॉट और भविष्य की 1250 मेगावॉट क्षमता की परियोजना के लिए राजस्व भूमि प्रदान करने की कार्यवाही प्रचलन में है।
सौर ऊर्जा क्षेत्र में नवाचार
बताया गया कि भारत सरकार के उपक्रम इंडिया ऑयल कार्पोरेशन ने सूर्य-नूतन नाम से सोलर कुकर विकसित किया है। इसे प्रदेश के विभिन्न स्थान पर प्रदर्शन के रूप में स्थापित करने पर सहमति हुई है। इंडियन ऑयल कार्पोरेशन, कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए वाहनों में एच- सीएनजी पर प्रयोग कर चुका है। कार्पोरेशन का प्रस्ताव है कि प्रायोगिक तौर पर इसका उपयोग प्रदेश की चुनिंदा सीएनजी बसों के लिए किया जाए।
पूर्व में लिए गए निर्णयों पर अच्छे क्रियान्वयन के लिए मुख्यमंत्री ने दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पिछली विभागीय समीक्षा बैठक में लिए गए निर्णयों पर ऊर्जा विभाग द्वारा किए गए अच्छे क्रियान्वयन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री संजय दुबे को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विद्युत देयकों की वसूली में वृद्धि, राज्य शासन द्वारा दी गई सब्सिडी के फलस्वरूप किसानों और अन्य वर्गों को मिली राहत, पारेषण हानि में कमी, विद्युत फॉल्ट की निगरानी के लिए ड्रोन तकनीक के सफल प्रयोग, करीब 10 हजार टॉवर्स पर नजर रख कर विद्युत प्रदाय व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने और हाल ही में तेज बारिश के दिनों में शहरों और ग्रामों में तत्परतापूर्वक फॉल्ट के सुधार कार्य सराहनीय हैं। उपभोक्ताओं के साथ सम्पर्क और समन्वय में भी ऊर्जा विभाग अच्छा कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उपभोक्ता का संतुष्टि स्तर श्रेष्ठ बना रहे, इसके लिए लाइनमेन से लेकर अभियंताओं तक सम्पूर्ण अमला आगे भी सजग और सक्रिय बना रहे, यह आवश्यक है।
======================================================
मुख्यमंत्री चौहान ने अति-वर्षा से प्रभावित जिलों में राहत कार्यों की अद्यतन जानकारी ली
नागरिकों को सभी तरह की सहायता पहुँचाएँ : मुख्यमंत्री श्री चौहान
अधिकारियों से संचालित कार्यों के संबंध में विवरण प्राप्त किया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गत दिनों प्रदेश के विभिन्न जिलों में अति- वर्षा और बाढ़ की स्थिति से उत्पन्न परिस्थितियों और राहत एवं बचाव कार्यो की अद्यतन जानकारी मंत्रालय में हुई बैठक में प्राप्त की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अति-वर्षा से प्रभावित क्षेत्रों में नागरिकों की सहायता के लिए किए गए कार्यों और सार्वजनिक संपत्ति की आंशिक क्षति के बाद संचालित सुधार कार्यों का विवरण संबंधित विभागों के अधिकारियों से प्राप्त किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जो नागरिक अति-वर्षा और बाढ़ से प्रभावित हुए थे, उन्हें सभी तरह की आवश्यक सहायता पहुँचाने का कार्य जारी रहे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल, विद्युत प्रदाय आदि को सामान्य बनाने का कार्य तेजी से किया जाए। मकानों की क्षति पर प्रभावित नागरिकों को आवश्यक सहायता देने का कार्य किया जाए। क्षतिग्रस्त रोड और पुल-पुलिया आदि की मरम्मत का कार्य तेजी से पूरा हो। पशु हानि के लिए पशु पालकों को प्रावधान के अनुसार सहायता राशि दिलवाई जाए। साथ ही अति- वर्षा के बाद नागरिकों को होने वाली स्वास्थ्य समस्या से बचाने ऐहतियाती उपाय किए जाएँ। जहाँ फसलें क्षतिग्रस्त हुई हैं वहाँ सर्वे कर प्रतिवेदन सौंपा जाए। मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
प्रमुख सचिव नगरीय विकास और आवास ने बताया कि विदिशा में हलाली बाँध के बैक वाटर से वाटर फिल्टर प्लांट डूब जाने से अब तक सामान्य जल-प्रदाय प्रारंभ नहीं हो सका है। जल-प्रदाय कार्य शीघ्र से शीघ्र शुरू करने के लिए अमला कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कलेक्टर विदिशा से बैठक के दौरान दूरभाष पर चर्चा कर नगर में पेयजल आपूर्ति बहाल करने के निर्देश दिए।
अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी ने जानकारी दी कि चंबल क्षेत्र में श्योपुर को छोड़ कर संभाग में कहीं भी अन्य जगह पेयजल आपूर्ति बाधित नहीं है। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रभावित जिलों में कहीं भी किसी बीमारी के फैलने की सूचना नहीं है। स्वास्थ्य विभाग का अमला सजग रहकर कार्य कर रहा है।
प्रमुख सचिव लोक निर्माण ने बताया कि कहीं भी रोड और पुल-पुलिया अधिक डैमेज नहीं हुए हैं। सुखतवा पुल से पानी उतर गया है। बैतूल मार्ग प्रारंभ हो चुका है। अपर मुख्य सचिव पशुपालन ने जानकारी दी कि प्रदेश में 148 शिविर लगा कर 15 हजार से अधिक पशुओं का उपचार किया गया है। प्रमुख सचिव राजस्व ने बताया कि कुछ स्थानों से पशु हानि की सूचनाएँ मिली हैं,जिसका विस्तृत आकलन किया जा रहा है। अति-वर्षा और बाढ़ से प्रभावित कृषि फसलों की जानकारी भी एकत्रित की जा रही है। क्षति का विस्तृत आकलन करने के बाद आवश्यकतानुसार केन्द्र सरकार को अवगत कराने की कार्यवाही की जायेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी कार्य अविलंब पूर्ण करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री चौहान ने की प्रशंसा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बीते सप्ताह अति-वर्षा के बाद प्रभावित जिलों में जिला स्तर और मंत्रालय स्तर पर अधिकारियों द्वारा विभागीय अमले को सक्रिय कर समय पर राहत कार्यों को करने और हर नागरिक सुविधा पुनः बहाल करने की भूमिका की प्रशंसा की।
======================================================
रोजगार और स्व-रोजगार राज्य शासन की प्राथमिकता – मुख्यमंत्री चौहान
कलस्टर निर्माण की प्रक्रिया को गति दें
खाद्य प्र-संस्करण और कृषि से संबंधित स्टार्टअप्स में हैं पर्याप्त संभावनाएँ
शासकीय विभागों के क्रय में राज्य में निर्मित सामग्री को प्राथमिकता दी जाए
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग की समीक्षा
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं में शुरू होने वाले 17 कलस्टर्स निर्माण की प्रक्रिया एक माह में आरंभ की जाए। रोजगार और स्व-रोजगार राज्य शासन की प्राथमिकता है। फार्मा, फर्नीचर, रेडीमेड गारमेंट, फूड-प्रोसेसिंग और खिलौना निर्माण में बड़े पैमाने पर रोजगार के अवसरों का सृजन होता है। इन कलस्टर्स का कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता से पूरा करें। औद्योगिक पार्कों के निर्माण की प्रक्रिया को भी गति दी जाए। साथ ही केवल रोजगार ही नहीं स्व-रोजगार के लिए सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों से युवाओं को जोड़ने के लिए सुविधाजनक वातावरण और युवाओं को आवश्यक प्रोत्साहन उपलब्ध कराने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। स्व-रोजगार योजनाओं में अनुदान की राशि सीधे हितग्राहियों के खाते में ऑनलाइन हस्तांतरित करने के लिए पोर्टल अपग्रेडेशन का कार्य शीघ्र पूर्ण करें। सभी जिला कलेक्टर प्रतिमाह होने वाले रोजगार दिवस में अधिक से अधिक युवाओं को जोड़ें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस तथा विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शासकीय विभागों के क्रय में गुणवत्ता से समझोता किए बिना राज्य में निर्मित सामग्री को प्राथमिकता दी जाए। इससे राज्य के उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा। प्रदेश में स्टार्टअप के लिए बेहतर इको सिस्टम विद्यमान है, खाद्य प्र-संस्करण और कृषि से संबंधित स्टार्टअप्स की पर्याप्त संभावनाएँ विद्यमान हैं। इस क्षेत्र में विभिन्न विभागों में परस्पर समन्वय से कार्य को गति दी जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना, एम.एस.एम.ई. प्रोत्साहन योजना और मध्यप्रदेश स्टार्टअप नीति में निवेश पर सहायता जैसी योजनाओं का लाभ लेने में युवाओं को कोई समस्या नहीं आए।
जानकारी दी गई कि “एक जिला-एक उत्पाद” योजना में निर्मित सामग्री को ई-कॉमर्स कम्पनियों के साथ जोड़ने की दिशा में वॉलमार्ट वृद्धि के साथ एम.ओ.यू. किया जा चुका है। हेमलेज, फर्स्ट क्राय आदि से भी बातचीत जारी है।
======================================================
अनुपयोगी कानूनों की समाप्ति और अधिनियम, नियम तथा नीतियों के सरलीकरण के लिए समय-सीमा निर्धारित कर कार्य करें – मुख्यमंत्री चौहान
मुख्यमंत्री चौहान ने की विधि और विधायी कार्य विभाग की समीक्षा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि अनुपयोगी कानूनों को समाप्त करने और अधिनियम, नियम तथा नीतियों के सरलीकरण के लिए समय-सीमा निर्धारित की जाए। लोक अभियोजन अधिकारियों के कार्यों की नियमित समीक्षा के लिए प्रदेश में व्यवस्था विकसित करें। लोक अभियोजन संचालनालय को सशक्त बनाने के लिए कॉडर निर्माण सहित आवश्यक ढाँचागत सुधार समय-सीमा में सुनिश्चित किया जाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान मंत्रालय में विधि और विधायी कार्य विभाग की समीक्षा कर रहे थे। संसदीय कार्य तथा विधि और विधायी कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस तथा अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि न्यायालयों के कार्य संचालन की सुगमता के लिए जिलों में न्यायालय भवन, न्यायाधीश आवास गृह, बार रूम, न्यायाधीशों के पदों तथा सपोर्टिंग स्टाफ की पूर्ति के संबंध में उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश, एडवोकेट जनरल आदि के साथ वार्षिक स्तर पर बैठक करने की व्यवस्था स्थापित की जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य शासन के विरूद्ध प्रकरणों की मॉनीटरिंग के लिए साफ्टवेयर विकसित किया जाए। राज्य में लंबी अवधि से लंबित मुकदमों के जल्द निराकरण के लिए भी नीति निर्धारित करना आवश्यक है। मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने अधिवक्ता पंचायत के आयोजन का सुझाव दिया।
=======================================================
भिंड, मुरैना और श्योपुर में घट रहा है बाढ़ का पानी, स्थिति नियंत्रण में है : मुख्यमंत्री चौहान
रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए सभी टीमों सहित सेना के हेलीकॉप्टर भी हैं तैयार
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द जन-जीवन सामान्य करना सर्वोच्च प्राथमिकता
बाढ़ से हुए नुकसान के सर्वे के बाद त्वरित रूप से होगा राहत राशि का वितरण
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लोगों की जिन्दगी बचाना हमारी प्राथमिकता है। भिंड, मुरैना और श्योपुर में पानी अभी थोड़ा बढ़ रहा है, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। प्रदेश के बाकी क्षेत्रों में बाढ़ का पानी घट रहा है। चंबल में बढ़ते हुए जल-स्तर पर भी राज्य सरकार पूरी नजर रखे हुए हैं। निचले स्थानों से लोगों को राहत शिविरों में लाया गया है। रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए एसडीआरएफ, एनडीआरएफ, होमगार्ड के जवान, पुलिस और प्रशासन सक्रिय है। साथ ही सेना के हेलीकॉप्टर भी तैयार हैं। आवश्यकता होने पर इनका उपयोग किया जाएगा। संभावना है कि मुरैना और भिंड में चंबल का पानी उतरना शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एम्स परिसर में मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा में यह बात कही।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के शेष जिलों में भी कई चुनौतियाँ हैं, जिसमें साफ-सफाई, सिल्ट को हटाना, बीमारियाँ न फैलें इसके लिए दवाओं का छिड़काव तथा स्वास्थ्य परीक्षण संबंधी अन्य व्यवस्था, पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करना और बिजली आपूर्ति बहाल करना प्रमुख हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कई जगह ट्रांसफार्मर डूबे हुए थे, सब-स्टेशनों में पानी भरा था। बिजली व्यवस्था बहाल करने के लिए अमला निरंतर कार्यरत है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि घरों में पानी भर जाने के कारण अनेक घर पूरी तरह से ध्वस्त हो गए हैं और कई घर रहने लायक नहीं बचे। ऐसे प्रभावित परिवारों के लिए राहत शिविरों में चाय, पानी, भोजन आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। उन्होंने कहा कि जो सड़कें, पुल-पुलिया आदि टूटी हैं, उन्हें शीघ्र दुरूस्त किया जाएगा। मेडिकल चेकअप और उपचार के लिए शिविरों की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जन-जीवन सामान्य करने सर्वोच्च प्राथमिकता है कि सभी व्यवस्थाओं के बाद अतिवृष्टि और बाढ़ से हुई क्षतिपूर्ति के लिए सर्वे का कार्य आरंभ होगा। जिसमें फसल, घर, घर का सामान और मवेशियों के नुकसान का सर्वे कराया जाएगा और त्वरित रूप से राहत राशि का वितरण आरंभ होगा।
========================================================
मुख्यमंत्री चौहान ने संस्कृत संस्कृति विकास संस्थान के प्रतिनिधियों के साथ किया पौध-रोपण
पीपल, नीम और मौलश्री के लगाए पौधे
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट सिटी उद्यान में संस्कृत संस्कृति विकास संस्थान के प्रतिनिधियों के साथ पौध-रोपण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संस्थान के श्री निलम्प त्रिपाठी, डॉ. रमा आर्य, डॉ. सुनील शर्मा, श्रीमती निधि त्रिपाठी और श्री आशुतोष पांडे के साथ पीपल, नीम और मौलश्री के पौधे लगाए।
संस्थान, सनातन संस्कृति के संरक्षण और वृक्षा-रोपण के माध्यम से पर्यावरण-संरक्षण में जन-जन की सहभागिता के लिए कार्यरत है। जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा और सनातन संस्कृति के संरक्षण के लिए संस्थान ने गुरुकुल की स्थापना भी की है।
राजधानी के वरिष्ठ पत्रकार श्री धर्मेंद्र पैगवार अपने पुत्र श्री सार्थक और श्री समर्थ के साथ पौध-रोपण में सम्मिलित हुए। श्री सार्थक ने अपने जन्म-दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री चौहान के साथ पौध-रोपण किया। श्री विश्व विजय और श्री संकल्प तिवारी भी पौध-रोपण में शामिल हुए।
पौधों का महत्व
आज लगाया गया पीपल छायादार वृक्ष है। यह पर्यावरण शुद्ध करता है। इसका धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व है। मौलश्री एक औषधीय वृक्ष है, जिसका सदियों से आयुर्वेद में उपयोग होता आ रहा है। एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर नीम को सर्वोच्च औषधि के रूप में जाना जाता है।
========================================================
मुख्यमंत्री चौहान ने श्री विष्णु प्रसाद शुक्ला के निधन पर दु:ख व्यक्त किया
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने विधायक श्री संजय शुक्ला के पिता एवं वरिष्ठ समाजसेवी श्री विष्णु प्रसाद शुक्ला के निधन पर दु:ख व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से दिवंगत श्री शुक्ला की आत्मा को शांति और शोक संतप्त परिजन को यह दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है।
========================================================
मुख्यमंत्री चौहान राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल से मिलने एम्स पहुँचे
राज्यपाल श्री मंगूभाई पटेल के स्वास्थ्य की जानकारी लेने मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान आज एम्स पहुँचे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चिकित्सा विशेषज्ञों से राज्यपाल श्री पटेल के स्वास्थ्य की जानकारी ली। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एम्स परिसर में मौजूद मीडिया प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए बताया कि राज्यपाल श्री पटेल पूर्णत: स्वस्थ हैं, वे अब स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं।
========================================================
चिंता न करे संकट से उबार कर ले जाऊँगा : मुख्यमंत्री चौहान
मुख्यमंत्री चौहान विदिशा की बाढ़ प्रभावित बस्तियों में पहुँचे
पीड़ितों की हर सम्भव की जाएगी मदद
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को विदिशा के बाढ़ प्रभावित जतरापुरा की करीब 250 घरों की बस्ती में पहुँच कर बाढ़ प्रभावित परिवारों को ढांढस बंधाया। मुख्यमंत्री पहले नाव से और फिर घुटने तक पानी में पैदल चल कर बस्ती में पहुँचे।
जतरापुरा से लगी हुई राजीव गांधी आवास योजना की यह बस्ती बेतवा के बेक वाटर और एक स्थानीय नाले के कारण जलमग्न हो गई थी। मुख्यमंत्री श्री चौहान को अपने बीच पाकर बस्ती के महिला, पुरूष और बच्चों में नई चेतना जाग्रत हुई। उन्होंने मुख्यमंत्री से अपने मन की बात कही। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी को आश्वस्त किया कि चिंता की बात नहीं है, जल्दी ही सभी को हर संभव मदद दी जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिंदगी बचाना हमारी पहली प्राथमिकता थी और अब जैसे-जैसे पानी कम हो रहा है, सभी मूलभूत सुविधाओं को शीघ्र दुरूस्त किया जाएगा। “बच्चों का मामा कौन है मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान हैं” के नारे लगा रहे बच्चों को मुख्यमंत्री ने दुलार किया। उन्होंने पीड़ित परिवारों को भोजन और अन्य सामग्री के पैकेट भी उपलब्ध कराए।
इस दौरान बासौदा विधायक श्रीमती लीना जैन, कलेक्टर श्री उमाशंकर भार्गव, पुलिस अधीक्षक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी, एनडीआरएफ टीम तथा नागरिक मौजूद रहे।
=======================================================
गांधी मेडिकल कॉलेज में शुरू होगी हिन्दी माध्यम से एमबीबीएस की पढ़ाई : मुख्यमंत्री चौहान
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश को नई शिक्षा नीति का उपहार देकर की दूरदर्शी पहल
प्रदेश में शिक्षा को कौशल विकास और रोजगार से जोड़ा जा रहा है
मुख्यमंत्री श्री चौहान एजुकेशन समिट 2022 में हुए वर्चुअली शामिल
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गांधी मेडिकल कॉलेज भोपाल में 2022-23 के सत्र से एमबीबीएस प्रथम वर्ष की पढ़ाई हिन्दी माध्यम से आरंभ की जा रही है। जुलाई 2022 से प्रदेश के 6 इंजीनियरिंग कॉलेजों में बी.टेक पाठ्यक्रमों तथा 6 पॉलिटेक्निक कॉलेजों के डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में मातृभाषा हिन्दी में पढ़ाई की व्यवस्था की गई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मातृभाषा में अध्ययन और अध्यापन पर विशेष जोर दिया गया है। प्रदेश में इस दिशा में प्रभावी पहल की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने एक समाचार-पत्र समूह द्वारा नई दिल्ली में आयोजित एजुकेशन समिट-2022 में निवास कार्यालय से वर्चुअली सम्मिलित होकर यह जानकारी दी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने बेहतर शिक्षण के लिए 5-सी क्रिटिकल थिंकिंग, क्रिएटिविटी, कोलेबरेशन, क्यूरोसिटी और कम्युनिकेशन को महत्वपूर्ण बताया है। प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में इन सभी पर काम हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने देश को नई शिक्षा नीति का उपहार देकर दूरदर्शी पहल की है। नई नीति सच्चे अर्थों में ज्ञान, कौशल और संस्कार का त्रिवेणी संगम है। नई शिक्षा नीति में ज्ञान के महत्व को 5 रूपों में समाहित किया गया है। इसमें भारतीय ज्ञान और दर्शन परंपरा को पढ़ाई के माध्यम से नई पीढ़ियों को सौंपना, कॉन्सेप्ट की समझ आधारित शिक्षा व्यवस्था और शिक्षा को नंबर गेम एवं गला काट प्रतियोगिता से मुक्त कर ग्रेडिंग तथा स्वस्थ प्रतिस्पर्धा में परिवर्तित करना शामिल हैं। साथ ही शोध और अनुसंधान को बढ़ावा तथा शिक्षा को बहुआयामी बनाना भी नई शिक्षा नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा को कौशल विकास और रोजगार से जोड़ने के लिए प्रभावी कार्य जारी है। भोपाल में अंतर्राष्ट्रीय स्तर के कौशल शिक्षण के लिए ग्लोबल स्किल पार्क बनाया जा रहा है। प्रदेश में 10 संभागीय आई.टी.आई. को आदर्श आई.टी.आई. के रूप में विकसित किया जा रहा है। प्रदेश में नई स्टार्टअप नीति लागू कर दी गई है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विद्यार्थियों में अनुशासन, कर्मठता, देश-भक्ति और महिलाओं के प्रति सम्मान के भाव का समावेश आवश्यक है। स्कूल और कॉलेजों के पाठ्यक्रम में महापुरूषों की जीवनी, अमर शहीदों की गाथाएँ और नैतिक शिक्षा का समावेश किया गया है। हमारा प्रयास है कि प्रदेश में कुल अध्ययनरत विद्यार्थियों का तीन प्रतिशत नेशनल कैडेट कोर में भाग लें। इसके लिए प्रदेश में कार्य आरंभ किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हमारी यह भी कोशिश है कि कोई भी प्रतिभाशाली विद्यार्थी पैसों की कमी के कारण कुंठित न हो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने “मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी प्रोत्साहन” योजना और “मुख्यमंत्री छात्रगृह” योजना की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में शुरू हुए सीएम राइज स्कूल शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति का सूत्रपात करेंगे।
========================================================
बाढ़ प्रभावितों को हुए नुकसान का सर्वे कर दिलवाई जाएगी राहत राशि : मुख्यमंत्री चौहान
फसल बीमा की राशि भी दिलाई जाएगी
क्षतिग्रस्त घर, गृहस्थी के सामान और अनाज के लिए भी बाढ़ पीड़ितों को मिलेगी पूरी मदद
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि पिछले दिनों हुई भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति के बाद जिन खेतों, घरों में पानी घुसा, फसलें बर्बाद हुई तथा कच्चे घरों और सामान का नुकसान हुआ है, उन्हें राहत राशि दिलवाई जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज बीना रिफाइनरी हेलीपंड पर पहुँचने के बाद विदिशा जिले के कुरवाई स्थित बाढ़ आपदा केंद्र में ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बाढ़ का पानी उतरने के तत्काल बाद नुकसान का सर्वे करवाया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बाढ़ प्रभावितों से कहा कि जिनके घर गिर गए हैं, उनको घर निर्माण के लिए भी राशि दिलाई जाएगी। जिनकी घर – गृहस्थी का सामान बह गया है और अनाज का नुकसान हुआ है, उन्हें भी पूरी मदद दिलाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों से कहा कि वे चिंता न करें बाढ़ पीड़ितों को संकट के पार निकाल कर उनकी हर संभव मदद की जाएगी। बाढ़ का पानी उतरने के बाद पूरी पारदर्शिता के साथ सर्वे होगा। सर्वे की सूची सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित करवाई जाएगी। किसी को आपत्ति होने पर उसकी सुनवाई भी होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आपदा में कोई मतभेद या भेदभाव नहीं होना चाहिए। सभी को मिल कर विषम परिस्थिति का सामना करना चाहिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने युवा मोर्चा, सामाजिक संस्थाओं और जन-प्रतिनिधियों का सहयोग देने के लिए आभार भी माना।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कुरवाईवासियों से कहा कि आप लोग यहाँ निश्चिंत होकर रहे। आपके साथ आपका मुख्यमंत्री खड़ा है। आपकी हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिए कि बाढ़ राहत केंद्र में आवश्यक सभी व्यवस्था सुनिश्चित की जाये एवं प्रभावितों को भोजन, चाय-नाश्ता, पेयजल सभी उपलब्ध कराएँ। उन्होंने कहा कि इसके बाद जब आप अपने घर पहुँचेंगे तब भी आपको राशन उपलब्ध कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कुरवाई में वार्ड क्रमांक 3, पटेल ढाबा, बिजली ऑफिस सहित अन्य स्थानों का जायजा लिया एवं वहाँ रह रहे बाढ़ पीड़ितों को सांत्वना दी और अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। मुख्यमंत्री कुरवाई के बाद बीना रिफायनरी हेलीपेड पहुँचे, जहाँ से वे भोपाल के लिए रवाना हुए। इस दौरान सांसद श्री राज बहादुर सिंह, विधायक सर्वश्री महेश राय और हरि सिंह सप्रे,पूर्व विधायक श्री वीर सिंह पवार, सागर संभागायुक्त श्री मुकेश शुक्ला, आईजी श्री अनुराग, कलेक्टर श्री दीपक आर्य, पुलिस अधीक्षक श्री तरुण नायक सहित जन-प्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।
=====================================================
मुख्यमंत्री चौहान ने एमपी मायगव डॉट कॉम पोर्टल के 5 वर्ष पूर्ण होने पर दी बधाई
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने राज्य सरकार के नागरिक सहभागिता के डिजिटल मंच ‘एमपी मायगव डॉट कॉम’ पोर्टल के 5 वर्ष पूर्ण होने पर सभी उपयोगकर्ताओं को बधाई दी है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में सूचना प्रौद्योगिकी को सुशासन का अस्त्र बनाया गया है। इसमें नागरिक भी सहयोग कर रहे हैं। निश्चित ही यह मध्यप्रदेश की उपलब्धि है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 5 वर्ष में एमपी मायगव डॉट कॉम (MPMyGov) ने सरकार और जनता के बीच सामंजस्य स्थापित करने और शासकीय सूचनाओं को पहुँचाने का उत्कृष्ट कार्य किया है। इसके संचालन से जुड़े सभी साथी अभिनंदन के पात्र हैं।
===========================================================बाढ़ प्रभावित गाँव और शहरों में 48 घंटे में व्यवस्था पुनर्स्थापित की जाए : मुख्यमंत्री चौहान
साफ-सफाई, पेयजल और बिजली आपूर्ति को दें सर्वोच्च प्राथमिकता
नुकसान के आंकलन में गरीब परिवारों के प्रति उदारता और संवेदनशीलता का दृष्टिकोण रखें
प्रभावितों को आरबीसी 6-4 में उपलब्ध कराई जाएगी सहायता
मुख्यमंत्री चौहान ने की प्रदेश में बाढ़ से निर्मित स्थिति की समीक्षा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर बारिश कम हो गई है। अति-वृष्टि और बाढ़ से निर्मित स्थिति नियंत्रण में है। बाढ़ का पानी उतरते ही सभी प्रभावित गाँव और शहरों में 48 घंटे में व्यवस्था पुनर्स्थापित की जाए। साफ-सफाई, पेयजल और बिजली आपूर्ति की व्यवस्था बहाल करने को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए। राहत और पुनर्वास के कार्य भी तत्काल आरंभ हों। मुख्यमंत्री श्री चौहान बाढ़ से हुई क्षति की व्यवस्थाओं को पुनर्स्थापित करने की कार्य-योजना तैयार करने के बारे में आज सुबह निवास कार्यालय पर बैठक को संबोधित कर रहे थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हम जनता को बेहतर व्यवस्था उपलब्ध कराने के लिए हैं। यह सुनिश्चित करें कि हमारे कार्य से जनता में संतोष का भाव उत्पन्न हो। जल संसाधन मंत्री श्री तुलसी सिलावट, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस सहित विभिन्न विभाग के अपर मुख्य सचिव तथा प्रमुख सचिव उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अति-वृष्टि और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव और राहत की त्वरित कार्यवाही के लिए जिला प्रशासन, पुलिस, होमगार्ड, ऊर्जा और जल संसाधन विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि बेहतर समन्वय और कर्त्तव्य के प्रति समर्पण का ही परिणाम है कि अति-वृष्टि और बाढ़ से प्रदेश में कोई जन हानि नहीं हुई। संतोष की बात यह है कि बाढ़ प्रभावित लोगों को समय रहते सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल और बिजली आपूर्ति बहाल करने, क्षतिग्रस्त सड़कों, टूटे पुल-पुलिया सुधारने और स्वच्छता के लिए युद्ध स्तर पर कार्य आरंभ किया जाए। बीमारी नहीं फैले इसके लिए दवा छिड़काव और स्वास्थ्य परीक्षण आदि की व्यवस्था के लिए मेडिकल टीम गठित कर प्रभावित क्षेत्रों में पहुँचायी जाये।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति बहाल करने में मशीनों और आवश्यक अमले की कमी न हो। जरूरत होने पर अन्य जिलों से मशीनें और अमला उपलब्ध कराया जाए। कहीं पर भी संसाधनों की कमी नहीं आनी चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बाढ़ और अति-वृष्टि से मकानों, घरों के सामान, फसलों और मवेशियों के नुकसान का आंकलन संवेदनशीलता के साथ पारदर्शी तरीके से सुनिश्चित करें। नुकसान के आंकलन में गरीब परिवारों के प्रति उदारता का दृष्टिकोण रखा जाए। प्रभावितों को आरबीसी 6-4 में सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बाढ़ से अत्यधिक प्रभावित परिवारों के लिए आगामी कुछ दिनों की भोजन की व्यवस्था भी जिला प्रशासन करें। इसके बाद उन्हें सूखा राशन उपलब्ध कराया जा सकता है। जरूरतमंद लोगों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराने और राहत कार्य में समाजसेवी संस्थाओं को भी जोड़ा जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस वर्ष असामान्य वर्षा हुई है। सुरक्षा की दृष्टि से बांधों का निरीक्षण आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिए कि जल संसाधन विभाग और नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण अपने अधीन आने वाले सभी छोटे-बड़े बांधों का सूक्ष्म निरीक्षण कराना सुनिश्चित करें।
बैठक में प्रदेश की प्रमुख नदियों के जल-स्तर, बांधों की स्थिति, बचाव कार्यों और राहत शिविरों की जानकारी दी गई। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री मोहम्मद सुलेमान, अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजौरा, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री शैलेन्द्र सिंह, अपर मुख्य सचिव पशुपालन श्री जे.एन. कंसोटिया, अपर मुख्य सचिव जल संसाधन श्री एस.एन. मिश्रा, अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री मलय श्रीवास्तव, अपर मुख्य सचिव किसान-कल्याण तथा कृषि विकास श्री अजीत केसरी, प्रमुख सचिव लोक निर्माण श्री नीरज मंडलोई, प्रमुख सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास श्री उमाकांत उमराव, प्रमुख सचिव नगरीय विकास एवं आवास श्री मनीष सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। #madhyapradeshnewsdiary,#shivrajsinghchouhan,#mpcm,#mpnews,#madhyapradeshnews,#todayindia,#todayindia24,#todayindialive
=========================================================
प्रधानमंत्री श्री मोदी से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश में हुई अतिवृष्टि और बाढ़ की स्थिति के संबंध में की चर्चा
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश में विगत दिनों हुई अतिवृष्टि और इससे उत्पन्न बाढ़ एवं जल-भराव की स्थिति के संबंध में फोन पर चर्चा की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों और आगामी दिनों में संभावित स्थिति की जानकारी और जिलों में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन और राहत के लिए की गई व्यवस्था के संबंध में बताया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश के प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्य के लिए सेना और एनडीआरएफ की टुकड़ियाँ तत्काल उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी का आभार माना।
=========================================================== मुख्यमंत्री चौहान ने स्व. अरुण जेटली की पुण्य-तिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने भारत के पूर्व केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरूण जेटली की पुण्य-तिथि पर उन्हें स्मरण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास कार्यालय सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
श्री जेटली का जन्म 28 दिसम्बर 1952 को दिल्ली में हुआ था। उन्होंने वकील से सफल राजनेता तक का सफर तय किया। वे केन्द्र सरकार में वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्री रहे। राजनीति में आने से पहले वे सुप्रीम कोर्ट में लॉ प्रेक्टिस कर रहे थे। श्री जेटली का 24 अगस्त 2019 को 66 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
=======================================================
मुख्यमंत्री चौहान ने अमर शहीद राजगुरू की जयंती पर माल्यार्पण किया
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने अमर शहीद राजगुरू की जयंती पर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निवास कार्यालय सभागार में उनके चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की।
अमर शहीद श्री राजगुरू भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख क्रांतिकारी थे। उनका जन्म 1908 में पुणे जिले के खेड़ा गाँव में हुआ। वाराणसी में अध्ययन के दौरान उनका अनेक क्रांतिकारियों से संपर्क हुआ। वे जलियावाला बाग हत्याकांड की नृशंसता से बहुत व्यथित और क्रोधित थे। अंग्रेज पुलिस अधिकारी साण्डर्स का वध करने में राजगुरू ने भगत सिंह तथा सुखदेव का पूरा साथ दिया था। राजगुरू ने 23 मार्च 1931 को श्री भगत सिंह तथा श्री सुखदेव के साथ लाहौर सेंट्रल जेल में फाँसी के तख्ते पर झूल कर अपने नाम को देश के अमर शहीदों की सूची में दर्ज करा दिया।
=======================================================
मुख्यमंत्री चौहान ने पीपल, कचनार और सप्तपर्णी के पौधे लगाए
सेवानिवृत्त साथियों के संगठन वाल्मीकि एकता संघ ने भी किया पौध-रोपण
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने श्यामला हिल्स स्थित स्मार्ट सिटी उद्यान में वाल्मीकि एकता संघ के प्रतिनिधियों के साथ पौध-रोपण किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बालक शाश्वत बनर्जी के पहले जन्म-दिवस पर सुश्री संयुक्ता बनर्जी, श्रीमती दीपाली बनर्जी तथा श्रीमती सिरोलिया के साथ कचनार, सप्तपर्णी और पीपल के पौधे लगाए।
पौध-रोपण में वाल्मीकि एकता संघ के सर्वश्री सी.एस. कल्याणी, मोहन कल्याणी, पी.सी. चौहान, विशाल कल्याणी, जीवन लाल भाग्यवान, आर.एस. मैना, गोपाल और सुरेश भी सम्मिलित हुए।
वाल्मीकि एकता सेवानिवृत्त साथियों का संगठन है, जो जरूरतमंद बच्चों की शिक्षा व्यवस्था और नागरिकों को स्वच्छता और पर्यावरण-संरक्षण की गतिविधियों के लिए प्रेरित करता है। साथ ही वृद्धाश्रम में भोजन और जरूरी दवाओं की व्यवस्था के लिए विशेष रूप से सक्रिय है।
पौधों को महत्व
आज लगाया गया पीपल छायादार वृक्ष है। इसका धार्मिक और आयुर्वेदिक महत्व है। सप्तपर्णी सदाबहार औषधीय वृक्ष है, जिसका आयुर्वेद में बहुत महत्व है। इसका उपयोग विभिन्न औषधि के निर्माण में होता है। कचनार सुंदर फूलों वाला वृक्ष है। प्रकृति ने कई पेड़-पौधों को औषधीय गुणों से भरपूर रखा है, इन्हीं में से कचनार एक है। कचनार की गणना सुंदर और उपयोगी वृक्षों में होती है।
=======================================================
madhyapradeshnewsdiary-24 August 2022
#madhyapradeshnewsdiary,#shivrajsinghchouhan,#mpcm,#mpnews,#madhyapradeshnews,#todayindia,#todayindia24,#todayindialive