भोपाल : सोमवार, मई 15, 2017
‘नमामि देवि नर्मदे’-सेवा यात्रा के पूर्णता दिवस पर मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने सपत्निक अमरकंटक में रामघाट में माँ नर्मदा की महाआरती की। महाआरती में महामण्डलेश्वर श्री अवधेशानंद जी भी शामिल हुए। आरती के पहले श्री चौहान नर्मदा ध्वज लेकर विशाल जन-समुदाय एवं साधु-संतों के साथ रामघाट पहुँचे। श्रीमती साधना सिंह सिर पर यात्रा कलश रखे हुए थीं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि साधु-संतों के आशीर्वाद से माँ नर्मदा की महाआरती के साथ ही सेवा यात्रा अमरकंटक से प्रारंभ हुई थी। यात्रा ने जन-आंदोलन का रूप लिया। सुदूर क्षेत्रों से आये नर्मदा भक्त यात्रा में शामिल हुए। समाज के हर वर्ग का सहयोग दुनिया के सबसे बड़े नदी संरक्षण आंदोलन में मिला। उन्होंने कहा कि प्रदेश को समृद्धि और विकास की ओर ले जाने वाली माँ नर्मदा है। माँ का कर्ज उतारने के लिये ही यह आंदोलन चलाया गया। श्री चौहान ने कहा कि वे नर्मदा तट पर पौध-रोपण करने के लिये संकल्पबद्ध हैं। अमरकंटक को भव्य स्वरूप में लाया जायेगा। नर्मदा सेवा यात्रा में कही गई हर बात पूरी की जायेगी। इस मौके पर महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानंद ने भी आशीर्वचन दिया।
महाआरती में वन मंत्री डॉ. गौरीशंकर शेजवार, लोक निर्माण मंत्री श्री रामपाल सिंह, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री श्री ओमप्रकाश धुर्वे और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री संजय पाठक, साधु-संत, नर्मदा सेवक और आमजन भी शामिल हुए।