Madhya Pradesh News Diary
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मिशन नगरोदय बदलेगा नागरिकों का जीवन : मुख्यमंत्री चौहान
ग्रोथ के इंजन हैं शहर, इन्हें बनाएंगे सर्व-सुविधायुक्त
अतिक्रमण से मुक्त कराई गई भूमि पर बनेंगे गरीबों के आवास
सरकार के साथ समाज भी खड़ा हो, तो चमकेंगे हमारे शहर
नगरों के सर्वांगीण विकास पर दी नगरीय विकास मंत्री और उनकी टीम को बधाई
आप हमें साथ दें, हम आपको विकास देंगे
मिशन नगरोदय के शुभारंभ पर 21 हजार करोड़ के कार्यों के के साथ हितलाभ वितरित
चार केन्द्रीय मंत्री भी हुए कार्यक्रम में शामिल
स्कूली बच्चों को कुपोषण से बचाने मूंगदाल वितरण की शुरूआत
भोपाल : मंगलवार, मई 17, 2022
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि हमारे शहर ग्रोथ के इंजन हैं। इन्हें सर्व-सुविधायुक्त बनाया जाएगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने शहरों के विकास के जो पाँच मंत्र दिए हैं, मध्यप्रदेश तेजी से उनका क्रियान्वयन करेगा। इनमें शहरों को राज्य का चेहरा बनाते हुए नागरिकों के जीवन को आसान बनाएंगे, प्रत्येक नगरवासी को गुणवत्तापूर्ण जीवन, निर्धन वर्ग को असमानताओं से मुक्त कर लाभान्वित करने और आत्म-सम्मान के साथ जीने की सुविधा देने का मंत्र शामिल है। शहर साफ-सुंदर हों, कोई भूखा न सोए, कोई बेघर और बेरोजगार न हो, कोई अनाथ न हो, गरीबों के अपने पक्के मकान का सपना पूरा हो और शहरों में कोई कुविचारी भी न हों, ऐसी व्यवस्था बनाने के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं। निर्धन वर्ग को आवास के लिए स्थान निर्धारित कर पट्टे एवं पक्का घर देने का कार्य किया जाएगा। जिस जगह नागरिक रहते हैं वहीं पक्के मकान के लिए राशि प्रदान की जाएगी। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने वर्ष 2024-25 तक हर गरीब को अपना पक्का मकान उपलब्ध कराने का संकल्प लिया है। मध्यप्रदेश इस संकल्प को पूरा करने में आगे रहेगा। दबंगों से मुक्त करवाई गई 21 हजार एकड़ भूमि पर गरीब वर्ग के आवास निर्मित करने की योजना मूर्तरूप लेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने नगरीय विकास मंत्री श्री भूपेंद्र सिंह और उनकी टीम को नगरों के विकास के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों के लिए बधाई दी। आज स्कूली बच्चों को कुपोषण से बचाने का अभिनव मूंग दाल वितरण कार्यक्रम भी शुरू हुआ, जो देश में अनूठा है।
नियमितीकरण के लिये लंबित कॉलोनियों में विद्युतीकरण
राज्य शासन द्वारा प्रदेश की ऐसी कॉलोनियाँ, जिनके नियमितीकरण की कार्यवाही की जा रही है, उनमें मध्यप्रदेश विद्युत नियामक आयोग की अनुमति से विद्युतीकरण का निर्णय लिया गया है।
कॉलोनीवासी सम्मिलित रूप से विद्युतीकरण की लागत की पूरी राशि जमा कर वितरण कम्पनी से विद्युतीकरण करवा सकते हैं।
कॉलोनीवासी चाहें तो विद्युतीकरण की लागत का 5 प्रतिशत पर्यवेक्षण शुल्क जमा कराने के बाद विद्युत ठेकेदार के माध्यम से स्वयं विद्युतीकरण करा सकते हैं।
यदि कॉलोनीवासी द्वारा सम्मिलित रूप से विद्युतीकरण करवाना संभव न हो, तो उनके द्वारा व्यक्तिगत रूप से 15567 रूपये प्रति किलोवॉट का भुगतान करने पर वितरण कम्पनी द्वारा विद्युतीकरण का कार्य करवाया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान कुशाभाऊ ठाकरे सभागार भोपाल में ‘मिशन नगरोदय’ में 21 हजार 858 करोड़ रूपये के विविध विकास कार्यों के शुभारंभ, लोकार्पण और भूमि-पूजन समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहर अवैध कॉलोनियों की समस्या से भी जूझते हैं। इसके लिए कॉलोनियों को वैध करने की नीति तैयार की गई है। इन कॉलोनियों में सड़क और पेयजल जैसी बुनियादी सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जाएंगी। इन कॉलोनियों में वैध रूप से विद्युत कनेक्शन भी प्रदान किए जाएंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भवन अनुज्ञा प्रदान करने का कार्य 30 दिन के स्थान पर 15 दिन में हो रहा है।
ऐसी है शहरों के विकास की हमारी कल्पना, इसे करेंगे साकार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि शहर सिर्फ सीमेंट-कांक्रीट से बने भवनों की पहचान नहीं हैं, बल्कि मध्यप्रदेश के शहरों को अब इस तरह विकसित किया जाएगा कि देश ही नहीं दुनिया में उनकी अलग पहचान होगी। शहर, सुविधायुक्त और सुरक्षित होंगे। शहरों की अधो-संरचना का विकास आवश्यक है। अमीर हो या गरीब, शहर सभी के लिए हैं। भोपाल शहर का मास्टर प्लान शहर के हित में ही तैयार होगा। अन्य स्थानों से नगरों में आने वाले लोगों को दस रूपये में भरपूर भोजन उपलब्ध कराने के लिए दीनदयाल रसोई केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाएगी। इसके लिए राज्य सरकार आवश्यक बजट प्रदान करेगी। रैन बसेरों की व्यवस्था को भी और बेहतर बनाया जाएगा। बच्चों को नशे की आदतों से बचाकर समझाइश दी जाएगी। उनके लिए बनाए गए आश्रय स्थलों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक नगर का गौरव दिवस मनाया जा रहा है। प्रदेश के 31 नगरों में गौरव दिवस मनाये जा चुके हैं। शीघ्र ही भोपाल और इंदौर के गौरव दिवस में भी शहर के इतिहास, संस्कृति और परम्पराओं पर आधारित कार्यक्रम होंगे। शहरों में आँगनवाड़ियों में खिलौने दान करने का अभियान भी चलेगा। वर्तमान में किसानों और अन्य वर्गों से भी अनाज और अन्य सामग्री आँगनवाड़ी केंद्रों के लिए प्राप्त हो रही है। श्रमिकों के कल्याण के लिए संबल योजना पुन: शुरू की गई है। यह असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों की जिंदगी बदलने वाली योजना है। योजना में पूर्व में काटे गए नाम पुन: जोड़े जाएंगे। ऑनलाइन पंजीयन भी हो रहे हैं। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में 55 हजार रूपये की राशि का लाभ दिया जा रहा है।
स्टार्टअप के लिए आयडियाज पर देंगे पूरी मदद
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गत 26 जनवरी से स्टार्टअप समिट के बाद 750 करोड़ रूपये के निवेश में सफलता मिली है। युवाओं के आयडियाज पर स्टार्टअप प्रारंभ हो रहे हैं। इस क्षेत्र में मध्यप्रदेश अलग कार्य करके दिखाएगा। प्रदेश में शीघ्र ही 2 लाख लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। हर माह रोजगार दिवस मनाने से यह अवसर युवाओं को मिल रहे हैं। जनवरी से मार्च की तिमाही में करीब 14 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर मिल चुके हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स को योजना का अधिक से अधिक लाभ दिलवाने का कार्य होगा, जिससे उनकी समृद्धि की राह पर चलने की गति बढ़े। मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में एक लाख से लेकर 50 लाख रूपये तक की ऋण राशि सरकारी गारंटी के साथ देने का प्रावधान है। अधिक से अधिक युवाओं को इसका लाभ दिलवाया जाएगा। जरूरतमंदों को रोजगार और स्व-रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर उपलब्ध करवाने का संकल्प है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी ने दिया स्वच्छता का अद्भुत मंत्र
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्ष 2014 से पूर्व देश में स्वच्छता के प्रति वो गंभीरता नहीं दिखाई देती थी जो वर्तमान में है। दफ्तरों तक पहुँचने वाले रास्ते पान की पीक के दर्शन कराते थे। शहरों में सार्वजनिक स्थानों पर भी गंदगी के ढेर लगे रहते थे। अब हमारा भारत स्वच्छ हो गया है। एक व्यक्ति ने पूरे परिदृश्य को ही बदल दिया है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने शहरों के सौंदर्यीकरण और स्वच्छता का मंत्र देकर सभी का विचार बदल दिया है। प्रधानमंत्री एक समृद्ध, विकसित, गौरवशाली और वैभवशाली भारत का निर्माण कर रहे हैं। इंदौर नगर एक उदाहरण बन चुका है। देश के 20 प्रमुख स्वच्छ शहरों में मध्यप्रदेश के चार शहर शामिल हैं। प्रदेश में पूर्व सरकार ने सिर्फ राशि न होने का रोना रोया। अब प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में उपचारित जल के उपयोग पर कार्य हो रहा है। खेतों और बाग बगीचों में ट्रीटेड वाटर इस्तेमाल में लिया जा रहा है। शहरों में शुद्ध पेयजल का प्रदाय हमारा संकल्प है, यही नहीं अच्छी सड़कों, फुटपाथ, पार्क, सीवेज व्यवस्था के लिए निरंतर कार्य हो रहा है। मुख्यमंत्री अधो-संरचना के प्रथम और द्वितीय चरण में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार किया गया। तृतीय चरण में भी यह कार्य किये जायेंगे।
वर्ष 2014 के बाद स्वच्छता, पर्यावरण और पेयजल देश में बना बिहेवियर
केन्द्रीय खाद्य प्र-संस्करण एवं जलशक्ति राज्य मंत्री श्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि ग्रे वॉटर मैनेजमेंट स्ट्रीट वेंडर्स को यूनिक आईडेंटिटी देना आवश्यक है। वर्ष 2014 के बाद स्वच्छता, पर्यावरण और पेयजल देश में बिहेवियर हुआ है। कार्यों में जो परिवर्तन आया है वह एक क्रांति के समान है। पहले सरकारें बिना योजना, लक्ष्य निर्धारण के कार्य करती थी।
सांसद श्री वी.डी. शर्मा ने कहा कि मिशन नगरोदय में आज हुए लोकार्पण और हितग्राहियों को हितलाभ वितरण ऐतिहासिक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान विकास के पर्याय बन गए हैं। वे संवेदनशीलता और सक्रियता से जन कल्याण में लगे हैं। उन्होंने पं दीनदयाल उपाध्याय के विचारों को जमीन पर उतारने का कार्य किया है। प्रदेश में 42 लाख लाड़ली लक्ष्मी बेटियाँ वरदान बन कर खड़ी हैं। “सबका साथ- सबका विकास” का मंत्र अपना कर मध्यप्रदेश आगे बढ़ रहा है।
पहली बार नगरों के विकास के लिये एक साथ 21 हजार करोड़ रूपये
नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि नगरों के विकास के लिये पहली बार एक साथ 21 हजार करोड़ रूपये दिये जा रहे हैं। इससे नगरों का सर्वांगीण विकास होगा। श्री सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में तेजी से विकास और हर वर्ग के व्यक्ति की चिंता करने वाले व्यक्ति मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान हैं। उन्होंने बताया कि आज मुख्यमंत्री श्री चौहान ने अमृत-2.0 में 12 हजार 858 करोड़ 71 लाख और स्वच्छ भारत मिशन-2.0 में 4 हजार 913 करोड़ 74 लाख रूपये की योजनाओं का शुभारंभ किया है।साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के एक लाख 35 हजार हितग्राहियों को हित-लाभ वितरित करने के साथ ही 25 हजार आवासों कुल लागत 962 करोड़ 50 लाख रूपये में हितग्राहियों का गृह-प्रवेश, 80 हजार हितग्राहियों को 750 करोड़ रूपये की किश्तों का वितरण और 30 हजार आवासों कुल लागत 1155 करोड़ का वर्चुअल भूमि-पूजन किया। प्रधानमंत्री स्व-निधि योजना में भी एक लाख 65 हजार हितग्राहियों को 210 करोड़ रूपये का वितरण किया है।
श्री सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कार्यक्रम में “मुख्यमंत्री संजीवनी क्लीनिक” के लिये 178 नगरीय निकायों को 113 करोड़ रूपये की राशि के अंतरण के साथ ही नगरीय क्षेत्रों में विकसित 460 करोड़ की लागत की पेयजल योजनाओं, स्मार्ट सिटी मिशन के 747 करोड़ रूपये और 1264 करोड़ रूपये के अन्य विकास कार्यों का भूमि-पूजन एवं लोकार्पण भी किया है। साथ ही साँची-विदिशा सेतु का भी आज लोकार्पण करने के साथ ही बच्चों में कुपोषण दूर करने के लिये विद्यार्थियों को मूंग दाल का भी वितरण किया गया है। श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में स्वच्छ भारत अभियान में प्रदेश तीसरे और स्ट्रीट वेण्डर योजना में देश में नम्बर-1 पर है। डिजिटल क्रांति के लिये प्रधानमंत्री श्री मोदी ने मुख्यमंत्री श्री चौहान की सराहना की।
समारोह में केन्द्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर मुरैना से, केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया नई दिल्ली से और इस्पात और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री श्री फग्गन सिंह कुलस्ते गुवाहाटी से वर्चुअली शामिल हुए। कार्यक्रम में सांसद सुश्री प्रज्ञा सिंह ठाकुर, विधायक श्री रामेश्वर शर्मा और विधायक श्रीमती कृष्णा गौर उपस्थित थी। ================================================================ राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न फसलों के उत्पादन में म.प्र. अग्रणी : मुख्यमंत्री चौहान
11 विविध कृषि जलवायु क्षेत्र होने से प्रदेश में कृषि के विविधीकरण की अपार संभावना
टमाटर उत्पादन के लिए प्रदेश के 11 जिलों का चयन
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इंटरनेशनल टोमेटो कॉन्क्लेव को किया संबोधित
टोमेटो सॉस और टमाटर प्र-संस्करण इकाई स्थापित करने युवाओं को वितरित किए चेक
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश की “एक जिला-एक उत्पाद” योजना में 11 जिलों को विशेष रूप से टमाटर उत्पादन के लिए चुना गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के किसान की आय दोगुना करने के लक्ष्य को हम कृषि के विविधीकरण से प्राप्त कर सकते हैं। राज्य सरकार द्वारा कृषि वैज्ञानिकों, प्र-संस्करणकर्ताओं, निर्यातकों से सलाह लेकर इस दिशा में गतिविधियाँ संचालित की जा रही हैं। टमाटर के साथ फल-फूल, सब्जी, मसाला, औषधीय और सुगंधित फसलों की खेती और उनके प्र-संस्करण एवं व्यापार की अपार संभावनाएँ हैं। इस क्षेत्र में आवश्यक प्रशिक्षण की व्यवस्था भी की गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान होटल आमेर ग्रीन्स में उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण विभाग द्वारा नीदरलैंड ऐंबेसी के सहयोग से हुए इंटरनेशनल टोमेटो कान्क्लेव–2022 को निवास कार्यालय से वर्चुअली संबोधित कर रहे थे।
केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर भी कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल हुए। कॉन्क्लेव में उद्यानिकी मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाहा, नीदरलैंड के राजदूत श्री मार्टन वान डेन बर्ग, चेयनमेन एम.पी.एग्रो श्री एंदल सिंह कंसाना, कृषि काउंसलर श्री मिशेल वान एर्कल, कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर के कुलपति श्री कोटेश्वर राव और कृषि उत्पादन आयुक्त श्री शैलेन्द्र सिंह उपस्थित थे। अपर मुख्य सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण श्री जे.एन. कंसोटिया मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से सम्मिलित हुए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि उद्यानिकी फसलों के विस्तार के लिए केन्द्र शासन द्वारा संचालित योजनाओं के साथ फल, पौध-रोपण, व्यावसायिक उद्यानिकी फसलों की संरक्षित खेती को प्रोत्साहन, उद्यानिकी के विकास के लिए यंत्रीकरण को प्रोत्साहन, मसाला क्षेत्र विस्तार, खाद्य प्र-संस्करण उद्योगों के विकास, मुख्यमंत्री बागवानी तथा खाद्य प्र-संस्करण और उद्यानिकी फसलों के लिए कोल्ड स्टोरेज अधो-संरचना विकास के लिए योजनाएँ चलाई जा रही हैं। प्रदेश में कृषि उत्पादन की लागत घटाने, कृषक को उपज का उचित मूल्य दिलाने, बेहतर बाजार व्यवस्था स्थापित करने और प्राकृतिक आपदा में कृषक को पर्याप्त सहायता उपलब्ध कराकर खेती को लाभ का धंधा बनाने के लिए प्रभावी कार्य जारी हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रासायनिक खाद और कीटनाशकों के बढ़ते उपयोग से समाज स्वास्थ्यगत समस्याएँ झेल रहा है। अब प्राकृतिक कृषि को अपनाने और उसे प्रोत्साहित करने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किसानों से अपने खेत के एक भाग में प्राकृतिक खेती से उपज लेने का आहवान किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में 11 विविध कृषि जलवायु क्षेत्र हैं। राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न फसलों के उत्पादन में मध्यप्रदेश अग्रणी स्थान पर है। संतरा और धनिया बीज उत्पादन में प्रदेश, देश में प्रथम है। साथ ही अमरूद, टमाटर, प्याज, फूलगोभी, हरी मिर्च, मटर, लहसुन, नींबू आदि के उत्पादन में मध्यप्रदेश देश के अग्रणी राज्यों में है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे स्वयं किसान हैं और अमरूद, अनार, आम की पैदावार लेते हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि उनके द्वारा 9 एकड़ क्षेत्र में 766 टन टमाटर की पैदावार ली गई। किसानों के आर्थिक संबल के लिए कृषि का विविधीकरण आवश्यक है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इंटरनेशनल टोमेटो कान्क्लेव-2022 प्रदेश में टमाटर फसल और उसके निर्यात, भंडारण, प्र-संस्करण को बढ़ाने में महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। राज्य सरकार विशेषज्ञों द्वारा विकसित रणनीति का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने “एक जिला-एक उत्पाद” में प्रधानमंत्री सूक्ष्म, खाद्य, उद्योग उन्नयन योजना में टोमेटो सॉस इकाई की स्थापना के लिए सिंगरौली के श्री लवकुश प्रजापति को 10 लाख 80 हजार रूपए, दमोह के श्री नारायण सिंह को 11 लाख 46 हजार रूपए और दमोह के ही श्री भूपेंद्र सिंह ठाकुर को टमाटर प्र-संस्करण के लिए 26 लाख 60 हजार रूपए का चेक प्रदान किया।
उत्पादन से लेकर बाजार तक की बनाना होगी व्यवस्था : केन्द्रीय कृषि मंत्री श्री तोमर
केन्द्रीय कृषि एवं किसान-कल्याण मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिये फसलों के उत्पादन से लेकर बाजार तक की व्यवस्था बनानी होगी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश उद्यानिकी और प्राकृतिक खेती में बहुत अग्रणी है। मध्यप्रदेश ने सिंचाई और कृषि उत्पादन में बहुत उन्नति की है। खाद्य प्र-संस्करण के क्षेत्र में भी प्रदेश आगे बढ़ रहा है। इंटरनेशनल टोमेटो कॉन्क्लेव वर्तमान समय की आवश्यकता है।
उद्यानिकी के हर क्षेत्र में हो रहा विस्तार : राज्य मंत्री श्री कुशवाह
उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री भारत सिंह कुशवाह ने टोमेटो कॉन्क्लेव-2022 के उद्घाटन-सत्र को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश में उद्यानिकी के हर क्षेत्र में विस्तार हो रहा है। आत्म-निर्भर किसान और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के रोडमेप पर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल टोमेटो कॉन्क्लेव-2022 करने का निर्णय सितम्बर-2021 में लिया गया था। प्रदेश में उद्यानिकी फसलों के विकास की संभावनाएँ मौजूद हैं। प्रदेश के 11 जिलों में किसानों ने टमाटर की खेती को प्रमुखता से अपनाया है। इसे ध्यान में रखते हुए इन जिलों में “एक जिला-एक उत्पाद” में टमाटर को लिया गया है। मध्यप्रदेश की पहचान उद्यानिकी हब के रूप में होगी। कॉन्क्लेव से प्रदेश के किसानों को लाभ मिलेगा। उद्यानिकी राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने कहा कि कॉनक्लेव में विषय-विशेषज्ञों से प्राप्त सुझावों को अमल में लायेंगे।
किसानों को नई तकनीक से परिचित कराना जरूरी : राजदूत श्री मार्टिन
नीदरलैण्ड के राजदूत श्री मार्टिन बेन डेनवर्ग ने कहा कि किसानों को फसलों के उत्पादन से जुड़ी नई तकनीक का ज्ञान देना जरूरी है। उन्होंने कहा कि भारत के साथ नीदरलैण्ड की पिछले 75 वर्षों से क्लोज फ्रेण्डशिप है। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल टोमेटो कॉनक्लेव-2022 से टमाटर उत्पादन में किसानों को लाभ मिलेगा।
प्रारंभ में कृषि उत्पादन आयुक्त श्री शैलेन्द्र सिंह ने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से कहा कि किसानों को सरल और सहज भाषा में उनकी आवश्यकताओं के लिये संचालित योजनाओं की जानकारी दें। उद्यानिकी आयुक्त श्री ई. रमेश कुमार ने कॉन्क्लेव की रूपरेखा से अवगत कराया। कॉन्क्लेव किंगडम ऑफ द नीदरलैण्ड, नीदरलैण्ड की संस्था सॉलीडरीडाड और राज्य के उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण विभाग ने किया।
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मुख्यमंत्री चौहान ने बच्चों के साथ लगाए बरगद और नीम के पौधे
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट सिटी उद्यान में बरगद और नीम के पौधे लगाए। शांति नगर और राजदेव कॉलोनी के बच्चे मनन, लव्या, भावेश और सौम्या ने भी पौधे लगाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों की इस पहल की प्रशंसा की और उन्हें बरगद एवं नीम के महत्व के बारे में बताया। पौध-रोपण में कॉलोनी की वेलफेयर सोसायटी के सदस्य सर्वश्री राकेश ग्रोवर, अमित मिश्रा और जय लालवानी भी सम्मिलित हुए।
सोसायटी द्वारा कॉलोनी में स्वच्छता एवं पर्यावरण के क्षेत्र में निरंतर कार्य करते हुए घर-घर से गीला एवं सूखा कचरा पृथक करने तथा कॉलोनी एवं आसपास के क्षेत्र को स्वच्छ बनाए रखने का कार्य किया जा रहा है। समय-समय पर स्वच्छता अभियान चलाकर नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाता है। सोसायटी द्वारा पर्यावरण-संरक्षण के लिए पौधे लगाने के साथ नागरिकों को पौध-रोपण के लिए प्रेरित किया जाता है।
आज लगाए गए बरगद के पेड़ को वट वृक्ष या बड़ भी कहा जाता है। बरगद का धार्मिक महत्व है। साथ ही आयुर्वेद के अनुसार बरगद के पेड़ से कई बीमारियों का इलाज संभव है। नीम का पेड़ बहुत उपयोगी है। एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर नीम को सर्वोच्च औषधि के रूप में जाना जाता है।
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श्रमिकों के संकट में सहारा देने वाली अद्भुत योजना है संबल : मुख्यमंत्री चौहान
गरीबों को बाधाओं से पार कराकर सीधी मदद पहुँचाएगी संबल योजना
पं. दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन के अनुरूप कार्य कर रही सरकार
सिंगल क्लिक से संबल हितग्राहियों के खाते में हुए 573 करोड़ 39 लाख रूपए अंतरित
तेंदूपत्ता संग्राहकों को भी मिलेगा योजना का फायदा
एमपी ऑनलाइन, नागरिक सुविधा और लोक सेवा केंद्रों से ऑनलाईन लिये जायेंगे आवेदन
आवेदन मिलने के बाद हितग्राही को लाभ मिलने तक होगी ट्रेकिंग व्यवस्था
पूर्व सरकार द्वारा योजना बंद करने से मजदूरों के साथ हुए अन्याय को करेंगे खत्म
पाँच जिलों के हितग्राहियों से मुख्यमंत्री ने किया संवाद
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया संबल 2.0 पोर्टल का शुभारंभ
भोपाल : सोमवार, मई 16, 2022
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संबल-2.0 योजना का लाभ सभी श्रमिकों के परिवार को मिलेगा। यह योजना हितग्राहियों को पूरे जीवन में संकट और आर्थिक आवश्यकता की स्थितियों में लाभान्वित करने वाली अद्भुत योजना है। योजना गरीबों का संबल है। चाहे आकस्मिक दुर्घटना हो या बीमारी के समय आर्थिक सहारा देने की बात हो या फिर हितग्राही परिवार के किसी परिजन की मृत्यु का मामला हो, संबल योजना श्रमिकों को बाधाओं से पार कराकर मदद पहुँचाने के लिए बनाई गई थी। वर्ष 2018 में इस योजना का क्रियान्वयन प्रारंभ हुआ था। पूर्व सरकार ने योजना के क्रियान्वयन पर ध्यान नहीं दिया और बंद कर दिया। हितग्राहियों के नाम सूचियों से काट दिए गए। अनेक गरीब इसके लाभ से वंचित रह गए। अब हमने इसे पूरे जोर-शोर से लागू करने का फैसला लिया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान आज मुख्यमंत्री निवास कार्यालय से सिंगल क्लिक द्वारा प्रदेश के सभी जिलों के श्रमिक परिवारों को संबल योजना में राशि का अंतरण कर रहे थे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने हितग्राही श्रमिक परिवारों से संवाद भी किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पं. दीनदयाल उपाध्याय के दर्शन के अनुरूप समाज के अंतिम व्यक्ति तक सहायता पहुँचाने के उद्देश्य से संबल योजना को नए सिरे से लागू किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज सिंगल क्लिक द्वारा संबल योजना के 25 हजार 982 श्रमिक परिवारों को 551 करोड़ 16 लाख तथा 1036 निर्माण श्रमिकों को 22 करोड़ 23 लाख रूपए, इस तरह कुल 27 हजार 18 प्रकरणों में 573 करोड़ 39 लाख रूपये हितग्राहियों के खातों में अंतरित किए।
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नए हितग्राहियों को जोड़ने की व्यवस्था
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने संबल योजना को अधिक हितग्राहीमूलक बनाते हुए नए स्वरूप का निर्धारण किया है। साथ ही अब योजना में हितग्राहियों को जोड़ने की कार्यवाही भी प्रारंभ हो जाएगी। नवीन पंजीयन प्रक्रिया में प्रदेश के लाखों तेंदूपत्ता संग्राहकों को भी असंगठित श्रमिक के रूप में शामिल किया गया है। योजना के लिए आवेदन एमपी ऑनलाइन, नागरिक सुविधा और लोक सेवा केंद्रों से किए जाने की सुविधा की गई है। संबल-2.0 योजना में वे श्रमिक भी नए सिरे से आवेदन कर सकेंगे, जिन्हें पूर्व में अपात्र घोषित कर दिया गया था। आवेदन प्राप्त होने के बाद अब प्रत्येक स्तर पर ट्रेकिंग से हितग्राही को लाभ दिलवाने का कार्य सुनिश्चित किया जाएगा।
मृत्यु और अपंगता की स्थिति में मिलता है आर्थिक सहारा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि संबल 2.0 योजना में यह भी प्रावधान है कि हितग्राही आवेदन निरस्त होने पर अपील कर सकेगा। असंगठित क्षेत्र के लाखों श्रमिक भाइयों को अनुग्रह सहायता योजना में दुर्घटना में मृत्यु हो जाने पर परिवार को 4 लाख रूपए की राशि दी जाती है। सामान्य दशा में मृत्यु होने पर भी 2 लाख रूपए प्रदान किए जाते हैं। यही नहीं स्थाई अपंगता पर 2 लाख रूपए, आंशिक अपंगता पर एक लाख रूपए प्रदान किए जाते हैं। अंतिम संस्कार सहायता के रूप में 5 हजार रूपए की राशि दी जाती है। योजना के पात्र वे सब श्रमिक हैं, जिन्हें भविष्य निधि, कर्मचारी राज्य बीमा योजना, ग्रेच्युटी आदि सामाजिक सुरक्षा का लाभ प्राप्त नहीं होता है। हितग्राही के परिवार के पास एक हेक्टेयर से कम कृषि भूमि होने, शासकीय सेवा में न होने और आयकर दाता न होने पर पात्रता प्राप्त होती है।
प्रधानमंत्री श्री मोदी की प्रेरणा से मध्यप्रदेश में श्रमिकों को पूरी सहायता
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने स्ट्रीट वेंडर्स के कल्याण के लिए ठोस कदम उठाए। उनकी प्रेरणा से मध्यप्रदेश में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की सहायता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हम देखते हैं कि आज छोटा-मोटा कृषि कार्य करने वाले मुश्किल से पेट भर पाते हैं। हमारे छोटे- छोटे सब्जी बेचने वाले विक्रेता, मजदूरी करने वाले, तेंदूपत्ता संग्राहक, चाय की दुकान चलाने वाले तथा अन्य वस्तुएँ बेचने वाले संगठित और असंगठित क्षेत्र के सभी सदस्य इस योजना में शामिल होंगे। सभी पात्र हितग्राहियों को योजना से जोड़ा जाएगा। संकट के समय सरकार श्रमिकों के साथ खड़ी है। मध्यप्रदेश सरकार असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के कल्याण पर भी प्राथमिकता से कार्य कर रही है। आज जो पोर्टल लाँच किया गया है, वह भी योजना को गति प्रदान करेगा। हितग्राही अब लोक सेवा केंद्रों से आवेदन दे सकते हैं। उन्हें दफ्तरों के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं होगी, सभी के नाम योजना की हितग्राही सूची में जोड़े जाएंगे।
इस मानवीय और अद्भुत योजना का अधिक से अधिक प्रचार कर पहुँचाये जरूरतमंदों को सहायता
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज का दिन ऐतिहासिक है। ग्राम पंचायत और अन्य संस्थाओं में इस अभिनव और अद्भुत योजना की सूचना पहुँचाई जा रही है। सरकार विभिन्न समाचार-पत्रों और प्रसार माध्यम से भी इसका प्रचार करेगी। यह एक मानवीय योजना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जो महिलाएँ प्रसव के समय पर्याप्त आराम नहीं कर पाती, उन्हें योजना में 16 हजार रूपए की राशि दी जाएगी। प्रसव के पूर्व दी जाने वाली सहायता पहले 4 हजार और प्रसव के पश्चात दी जाने वाली सहायता राशि 12 हजार रूपये है। यह योजना बहनों के लिए प्रसूति के कष्ट दूर करने में सहायक सिद्ध होगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बुद्धि का निर्धनता से कोई संबंध नहीं है। अभावग्रस्त परिवारों में भी प्रतिभावान बच्चे होते हैं। श्रमिकों के बच्चों को स्कूल जाने के लिए साइकिल प्रदान की जाएगी और उच्च शिक्षा के लिए प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सहायता दी जाएगी। अपने लाभकारी प्रावधानों की वजह से संबल योजना सभी के साथ न्याय करेगी। विद्यार्थियों के बढ़ते कदम नहीं रूकेंगे। उन्हें सक्षम बनाकर राष्ट्र सेवा के लिए तैयार किया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कैंसर जैसे रोगों के उपचार की व्यवस्था भी योजना में है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने योजना का लाभ अधिक से अधिक हितग्राहियों तक पहुँचाने के लिए सभी अधिकारी, कर्मचारियों और जन-प्रतिनिधियों द्वारा प्रचार का आग्रह किया। इससे जरूरतमंद लोगों को मदद पहुँचाने के प्रयास सार्थक होंगे।
प्रारंभ में श्रम एवं खनिज साधन मंत्री श्री बृजेन्द्र प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने संबल योजना को वर्ष 2018 में लागू किया था। जन्म से लेकर मृत्यु तक जीवन के विभिन्न चरण में इस योजना का लाभ मिलता है। प्रदेश में पंजीकृत निर्माण श्रमिकों की संख्या 13 लाख 45 हजार है। इनके लिए 19 योजनाएँ संचालित हैं। गत वित्त वर्ष में एक लाख 81 हजार प्रकरणों में 557 करोड़ 45 लाख की राशि प्रदान की गई। दुर्घटना मृत्यु के प्रकरणों में 535 करोड़, सामान्य मृत्यु के प्रकरणों में 21 करोड़, अपंगता के प्रकरणों में 3 करोड़ 4 लाख रूपए की राशि प्रदान की जा चुकी है। अंत्येष्टि सहायता के रूप में 2 लाख से अधिक प्रकरणों में 105 करोड़ रूपए की राशि दी जा चुकी है। आज श्रमिकों के हित में संबल-2 योजना का शुभारंभ हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान की पहल से तकनीकी शिक्षा क्षेत्र में क्रिस्प संस्था द्वारा कौशल प्रशिक्षण का लाभ भी श्रमिकों के बच्चों को मिलेगा। मध्यप्रदेश ऐसा राज्य है, जहाँ चार श्रमोदय विद्यालय संचालित हैं। प्रवासी श्रमिकों को भी कोरोना काल में पूरी सहायता दी गई। आज भी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने करीब 600 करोड़ रूपए की राशि का अंतरण श्रमिकों के खाते में किया है। मध्यप्रदेश सरकार श्रमिकों का अधिकाधिक ध्यान रखती है।
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संबल -2.0 की प्रमुख विशेषताएँ
जहाँ संबल 1.0 योजना में पंजीयन के लिए 2018 में प्रारंभ की गई व्यवस्था वर्ष 2019 में बंद कर दी गई थी, उसे अब पुन: प्रारंभ किया गया है। अक्टूबर 2018 के बाद 18 वर्ष की आयु पूरी कर चुके पात्र असंगठित श्रमिक और तेंदूपत्ता संग्राहक का पंजीयन प्रारंभ हो गया है। पूर्व में जिन्हें पंजीयन कार्ड नहीं दिए गए थे, अब उन्हें पंजीयन कार्ड जारी किए जा रहे हैं। पहले योजना में पंजीयन के समय पात्रता संबंधी बिन्दुओं पर स्व-घोषणा थी। अब पंजीयन के समय पात्रता संबंधी बिन्दुओं की जाँच का प्रावधान किया गया है। आवेदक परिवार के अन्य सदस्य और आसपास के व्यक्तियों के कथन और फोटो को आधार बनाया गया है। पहले हितग्राहियों के हाथों के सत्यापन की व्यवस्था नहीं थी, जो अब कर दी गई है। इसी तरह आधार ई-केवाईसी और मृतक के आधार विवरण लेने की व्यवस्था प्रारंभ की गई है। अब वास्तविक हितग्राही का चिन्हांकन और आधार जानकारी का अपडेशन हो सकेगा। एक व्यक्ति एक खाता संबंधी व्यवस्था पोर्टल से रहेगी। पंजीयन और हित लाभ के आवेदन भौतिक रूप से जनपद एवं निकाय में जमा होते थे, जिन्हें ऑनलाइन जमा करने की व्यवस्था पोर्टल के माध्यम से की गई है। एसएमएस से ट्रेकिंग करना भी संभव होगा।
मुख्यमंत्री चौहान का हितग्राहियों से संवाद
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शहडोल, पन्ना, मंदसौर, झाबुआ और सिंगरौली जिले के हितग्राहियों से संवाद किया। उन्होंने हितग्राहियों से चर्चा कर संबल योजना के साथ ही अन्य शासकीय योजनाओं से मिल रहे लाभ के बारे में जानकारी प्राप्त की। हितग्राहियों में शहडोल की श्रीमती फूलबाई बैगा, पन्ना के श्री राजाराम अहिरवार, मंदसौर की श्रीमती संतोष बाई, झाबुआ की श्रीमती पप्पी राठौर और सिंगरौली की श्रीमती पूनम चौरसिया शामिल रही।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विभिन्न आपदाओं का सामना कर चुके श्रमिक परिवारों से आत्मीयता से बातचीत की। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना, राशन वितरण, आयुष्मान और अन्य योजनाओं से मिलने वाले लाभ के संबंध में भी हितग्राही परिवारों से चर्चा की। आज लाभान्वित हितग्राहियों में श्रीमती फूल बाई के पति लाला बैगा की मृत्यु पर 2 लाख रूपए, श्री राजाराम अहिरवार के पुत्र श्री रविन्द्र अहिरवार की मृत्यु होने पर 4 लाख रूपए, श्रीमती संतोष बाई के पति श्री दुलाजी की मृत्यु पर 2 लाख रूपए, श्रीमती पप्पी राठौर के पति श्री दिनेश राठौर की मृत्यु पर 2 लाख रुपए और श्रीमती पूनम चौरसिया के पति श्री भगवानचन्द्र चौरसिया की मृत्यु पर 2 लाख रूपए दिए।
पोर्टल के शुभारंभ और राशि अंतरण पर प्रमुख सचिव श्रम श्री सचिन सिन्हा, प्रमुख सचिव जनसम्पर्क श्री राघवेन्द्र कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के सचिव श्री एम सेल्वेंद्रन, श्रमायुक्त श्री वीरेंद्र सिंह रावत और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
================================================================ मुख्यमंत्री श्री चौहान से केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने की भेंट
भोपाल : सोमवार, मई 16, 2022
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से निवास पर केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सौजन्य भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने पुष्प-गुच्छ एवं शॉल से केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया का स्वागत किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान और श्री सिंधिया ने विकास के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। =============================================================== मुख्यमंत्री चौहान से म.प्र. व्हील चेयर क्रिकेट टीम के सदस्यों ने की भेंट
भोपाल : सोमवार, मई 16, 2022
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से टी.एन. क्रिकेट अकादमी चेम्पियन मध्यप्रदेश व्हील चेयर क्रिकेट टीम ने आज निवास पर भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान को विजेता ट्राफी का अवलोकन भी कराया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने टीम के खिलाड़ियों और पदाधिकारियों को बधाई दी। मध्यप्रदेश व्हील चेयर क्रिकेट टीम ने प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ की टीम को पराजित कर चेम्पियन ट्राफी पर कब्जा किया है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान को मध्यप्रदेश व्हील चेयर क्रिकेट टीम के संस्थापक जंडेल सिंह धाकड़ ने 27 से 31 मई तक ग्वालियर में मध्यप्रदेश व्हीलचेयर एसोसिएशन और जी. डी.सी.ए. के सहयोग से होने वाली स्व. माधवराव सिंधिया राष्ट्रीय व्हील चेयर क्रिकेट चेम्पियनशिप का आमंत्रण भी दिया। चेम्पियनशिप में देश के 8 राज्यों की टीमें भाग लेंगी। भेंट के दौरान कप्तान कबीर भदौरिया, संरक्षक संदीप शर्मा और डॉ. योगेन्द्र शर्मा साँटा भी उपस्थित थे।
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मुख्यमंत्री चौहान ने नीम और बरगद के पौधे लगाए
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने आज स्मार्ट उद्यान में डी.के. कॉर्टेज जन-कल्याण समिति बावड़ियाकला के सदस्यों के साथ बरगद औऱ नीम के पौधे लगाए। समिति के सदस्य डॉ. तरूण सिंह चौहान, राकेश दुबे, उमेश ठाकुर ने बताया की समिति सिंगल यूज प्लास्टिक और पॉलीथीन के प्रयोग को रोकने के लिए प्रयास कर रही है। क्षेत्र में दीवार लेखन द्वारा लोगों को स्वच्छता के लिए प्रेरित किया जाता है। सफाई कर्मियों और घरेलू कामकाजी बहनों को कचरे के निष्पादन के लिये जागरूक किया गया है।
आज लगाया गया बरगद को वट वृक्ष या बड़ भी कहा जाता है। बरगद का धार्मिक महत्व होने के साथ ही आयुर्वेद के अनुसार इससे कई बीमारियों का इलाज भी संभव है। नीम एंटीबायोटिक तत्वों से भरपूर सर्वोच्च औषधि के रूप में जाना जाता है।
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मुख्यमंत्री चौहान पूर्व विधायक भूरिया के निवास शोक संवेदना व्यक्त करने पहुँचे
भोपाल : सोमवार, मई 16, 2022
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज धार जिले के सरदारपुर क्षेत्र के पूर्व विधायक श्री वेलसिंह भूरिया के पुत्र श्री अभिषेक भूरिया के असामयिक निधन पर शोक संवेदना व्यक्त करने ग्राम पोशिया पहुँचे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने शोकाकुल परिवार को ढांढस बंधाया। गत 6 मई को एक सड़क दुर्घटना में श्री अभिषेक की असामयिक मृत्यु हो गई थी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्व. अभिषेक के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ईश्वर से वेलसिंह भूरिया और उनके परिजन को इस असीम दुःख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की। औद्योगिक नीति एवं निवेश संवर्धन मंत्री श्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, सांसद श्री छतरसिंह दरबार, सुश्री रंजना बघेल, श्री जयदीप पटेल, श्री नागर सिंह चौहान सहित जन-प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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जबलपुर जिले में सट्टा किंग के अवैध कब्जे पर चला बुलडोजर
मुक्त कराई 4.20 करोड़ रूपये की 6 हजार वर्ग फुट शासकीय भूमि
जबलपुर जिला प्रशासन, पुलिस एवं नगर निगम की सयुंक्त कार्यवाही में सोमवार को गोरखपुर तहसील के आदर्श नगर रामपुर में कुख्यात अपराधी सट्टा किंग सतीश सनपाल के अवैध निर्माणों को जेसीबी मशीनों से ध्वस्त करने की कार्यवाही की गई। कार्यवाही में करीब 4 करोड़ 20 लाख रूपये की शासकीय भूमि मुक्त कराई गई और लगभग 80 लाख रूपये के निर्माण को ध्वस्त किया गया।
सतीश सनपाल द्वारा अपने आलीशान बंगले से लगी नाले एवं उसके आसपास की लगभग 6 हजार वर्गफुट बेशकीमती शासकीय भूमि पर कब्जा कर बाउंड्रीवाल और लॉन का निर्माण किया गया था, जिसे आज अतिक्रमण मुक्त कराया गया। ============================================================
पड़ोसी प्रथम की नीति पड़ोसी देशों से मधुर संबंध स्थापित कर रही है : मुख्यमंत्री चौहान
प्रधानमंत्री श्री मोदी का नेपाल दौरा परस्पर संबंधों को और अधिक मजबूती प्रदान करेगा
मुख्यमंत्री श्री चौहान का प्रधानमंत्री श्री मोदी के नेपाल दौरे पर ट्वीट
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व में पड़ोसी प्रथम की नीति पड़ोसी देशों से मधुर संबंध स्थापित कर रही है। भारत सरकार द्वारा नेपाल में अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध संस्कृति और विरासत केंद्र की स्थापना की जा रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी की यह परिकल्पना समस्त तीर्थ-यात्रियों, पर्यटकों और श्रद्धालुओं को बौद्ध धर्म के आध्यात्मिक स्वरूपों के सार का ज्ञान और आनंद प्राप्त करवाएगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने ट्वीट कर कहा कि- “जितनी दिव्य भगवान बुद्ध की शिक्षाएँ एवं उपदेश हैं, उनकी उतनी ही सुंदर व्याख्या प्रधानमंत्री श्री मोदी ने की है।
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