विदेश मंत्री ने कहा- पूर्वी लद्दाख में टकराव की घटनाओं से भारत और चीन के बीच संबंधों पर बुरा असर पड़ा
todayindia,todayindia news,today india news in hindi,Headlines,Latest News,Breaking News,Cricket ,Bollywood24,today india news,today india,aaj ki khas khabrenविदेश मंत्री जयशंकर ने कहा है कि पिछले साल पूर्वी लद्दाख में हुई घटनाओं ने चीन के साथ भारत के संबंधों को काफी तनावपूर्ण बना दिया है। उन्होंने कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा- एल ए सी की घटना ने न केवल सैनिकों को कम करने की प्रतिबद्धता को प्रभावित किया बल्कि शांति और सदभाव को भंग करने के लिए प्रेरित किया।
चीनी अध्ययन से संबंधित 13 वें अखिल भारतीय सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से संबोधित करते हुए विदेश मंत्री ने कहा चीन के साथ सीमा के मुद्दे पर असहमतियों के बावजूद सीमावर्ती क्षेत्र अभी भी शांत बना हुआ है।
विदेश मंत्री ने कहा कि 2020 से पहले भारत-चीन सीमा पर जानमाल का आखिरी नुकसान 1975 में हुआ था। उन्होंने कहा कि यही कारण है कि पिछले साल पूर्वी लद्दाख की घटनाओं ने संबंधों को काफी असहज किया है।
श्री जयशंकर ने कहा कि भारत को अभी भी चीनी रुख में बदलाव और वास्तविक नियंत्रण रेखा पर सैनिकों के जमावडे के कारणों का विश्वसनीय स्पष्टीकरण नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि मतभेदों को कम करने के बजाय 2020 की घटनाओं ने वास्तव में दोनों देशों के बीच असाधारण तनाव बनाया है।
विदेश मंत्री ने कहा कि संबंधों का विकास केवल पारस्परिक सम्मान और पारस्परिक हित पर ही आधारित हो सकता है। उन्होंने कहा कि सीमा पर हुई किसी भी घटना को नजरअंदाज करते हुए संबंध सामान्य नहीं हो सकते।
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