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रायपुर : खेल विभाग की बैठक में पुरस्कार नियमों में संशोधन के सुझावों पर विचार-विमर्श :खिलाड़ियों के हित में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव अनुमोदित

रायपुर, 05 अगस्त 2016
खेल और युवा कल्याण विभाग के सचिव श्री सोनमणि बोरा की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय (महानदी भवन) में प्रदेश सरकार के खेल पुरस्कार नियम 2004 में संशोधन, परिवर्तन और परिवर्धन के प्रस्तावों पर निर्णय लेने के लिए गठित समिति की बैठक आयोजित की गई। उल्लेखनीय है कि इसके पहले खेल पुरस्कार नियम 2004 में संशोधन के लिए सुझाव प्राप्त करने के उद्देश्य से खेल विभाग द्वारा प्रारंभिक समिति का गठन किया गया था।
प्रारंभिक समिति की अनुशंसाओं को समाचार पत्रों में प्रकाशित कर आम जनता से इसके लिए सुझाव और दावे-आपत्तियां आमंत्रित की गई थी। इस प्रक्रिया के बाद नियमों में संशोधन का प्रारूप तैयार किया था। खेल सचिव श्री बोरा की अध्यक्षता में आज पुरस्कार नियम 2004 में संशोधन, परिवर्तन और परिवर्धन के प्रस्तावों पर निर्णय लेने के लिए गठित समिति की बैठक प्रारूप के अनुमोदन के लिए आयोजित की गई। खेल जगत और खिलाड़ियों के प्रति राज्य सरकार की संवेदनशीलता को ध्यान में रखकर आज खेल सचिव की अध्यक्षता वाली समिति ने खिलाड़ियों को उचित पुरस्कार और प्रोत्साहन देने के लिए कई प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया। समिति ने पुरस्कारों की संख्या एवं पुरस्कार की राशि में वृद्धि, दिव्यांग जनों के लिए पृथक से पुरस्कार, महिलाओं के लिए पृथक से पुरस्कार, अंक तालिका के आधार पर मूल्यांकन, दावा आपत्ति मंगाए जाने सहित कई महत्वपूर्ण अनुशंसाएं की गई हैं। समिति की अनुशंसाएं प्रशासकीय विभाग के अनुमोदन के बाद वित्त विभाग की सहमति से लागू की जाएंगी।
1. अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता की परिभाषा में पूर्व से उल्लेखित परिभाषा के साथ-साथ यह भी जोड़ा गया कि भारतीय खेल प्राधिकरण/विदेश मंत्रालय/बीसीसीआई द्वारा जिन प्रतियोगिताओं को अनुमति प्रदान की गई है। वह भी अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के रूप में मान्य होंगे।
2. अब राज्य के उन खिलाड़ियों को भी पुरस्कार मिल सकेगा जो छत्तीसगढ़ के मूल निवासी हों और किसी अन्य इकाई का प्रतिनिधित्व करते हुए अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता जैसे-ओलम्पिक, एशियाड, कॉमवेल्थ गेम्स में भाग लिया हो। या ऐसा खिलाड़ी जिसने लगातार पांच वर्षो से राज्य में निवास करते हुए छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व करते हुए उपलब्धि प्राप्त की हो।
3. टीम खेलों के मामले में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले किसी एक खिलाड़ी को पुरस्कार देने की अनुशंसा की गयी है।
4. शहीद राजीव पांडेय पुरस्कार एवं शहीद कौशल यादव पुरस्कार में पहले प्रत्येक में पांच पुरस्कार दिए जाते थे। अब पुरस्कारों की संख्या प्रत्येक के लिए सात कर दी गयी है। जिसमें दिव्यांग श्रेणी के लिए एक पुरस्कार आरक्षित किया गया है। चार पुरस्कार ओलम्पिक खेलों के लिए, दो पुरस्कार नॉन ओलम्पिक खेलों के लिए रखे गए हैं। पुरस्कारों की राशि में भी भारी इजाफा किया गया है। पहले शहीद राजीव पांडेय पुरस्कार में 2.25 लाख रूपए मिलते थे। अब खिलाड़ियों को तीन लाख रूपए मिलेंगे। इसी प्रकार शहीद कौशल यादव पुरस्कार में रूपए एक लाख के स्थान पर 1.5 लाख रूपए मिलेंगे।
5. पुरस्कारों की संख्या शहीद पंकज विक्रम पुरस्कार में भी बढ़ायी गयी है। पहले यह पुरस्कार एक खेल में एक खिलाड़ी को दिया जाता था। अब यह एक खेल में दो खिलाड़ियों को दिया जाएगा। जिसमें एक पुरूष वर्ग के लिए तथा एक महिला वर्ग के लिए होगा। इस पुरस्कार की पात्रता शर्तों को भी शिथिल किया गया है। पहले निरंतर पांच वर्ष तक सीनियर वर्ग की राष्ट्रीय चैम्पियनशिप में खेलना अनिवार्य था। अब पांच वर्षों की अवधि में चार बार खेलने की अनिवार्यता रखी गई है।
6. वीर हनुमान सिंह पुरस्कार की संख्या एवं राशि में भी इजाफा किया गया है। पहले यह एक प्रशिक्षक एवं एक निर्णायक को दिया जाता था तथा इसकी राशि एक लाख थी। अब यह पुरस्कार दो निर्णायक तथा दो प्रशिक्षकों को प्राप्त होंगे तथा प्रत्येक पुरस्कार की राशि 1.5 लाख होगी।
7. समिति ने दलीय खेल/इवेंट में पदक प्राप्त करते हुए अतिउत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले दल के समस्त सदस्यों को ’मुख्यमंत्री ट्रॉफी’ के नाम से एक नये पुरस्कार की अनुशंसा की है। यह पुरस्कार सीनियर एवं जूनियर दोनों वर्गों में दिया जाएगा। सीनियर वर्ग के लिए इस पुरस्कार में ऐसे खेल/इवेंट जिसकी सदस्य संख्या चार है। उसमें दो लाख रूपए तथा जूनियर वर्ग के लिए एक लाख रूपए पुरस्कार राशि होगी। इसी प्रकार जिनकी सदस्य संख्या चार से अधिक है, उसमें सीनियर वर्ग के लिए पांच लाख रूपए एवं जूनियर वर्ग के लिए रूपए तीन लाख का पुरस्कार दिए जाने की अनुशंसा की गई है। इस संबंध मेेें पृथक से नियम बनाने का निर्णय लिया गया है।
8. समिति ने पुरस्कारों का पारदर्शी निर्णय करने के लिए अंक तालिका के आधार पर मूल्यांकन की अनुशंसा की है तथा अंक तालिका का प्रारूप अनुमोदित किया है। इस अंक तालिका में ओलम्पिक वर्ल्ड कप, वर्ल्ड चैम्पियनशिप, ग्रैंडस्लेम, गैंडमास्टर, एशियाड, सेफ गेम्स, साऊथ एशियन गेम्स, राष्ट्रीय चैम्पियनशिप, राष्ट्रीय खेलों में पदक एवं भागीदारी के लिए पृथक-पृथक अंक निर्धारित किए हैं। जिसके आधार पर खिलाड़ियों का प्रावीण्य क्रम निर्धारित किया जाएगा एवं पुरस्कार के लिए चयनित किया जाएगा।
9. समिति ने प्रथम स्तर पर चयनित खिलाड़ियों की सूची के आधार पर दावा आपत्ति आमंत्रित कर पुरस्कारों का अंतिम निर्णय लिए जाने की अनुसंशा की है। जिसके आधार पर प्रत्येक खिलाड़ी को पुरस्कारों का अंतिम निर्णय लिए जाने के पूर्व अपना पक्ष रखने का अवसर मिलेगा।
10. समिति ने यह भी निर्णय लिया है कि शहीद पंकज विक्रम पुरस्कार के लिए चूंकि पुरस्कारों की संख्या बढ़ाकर दो की गई है एवं पुरूष एवं महिला वर्ग को पुरस्कार देने का निर्णय लिया गया है। इस पुरस्कार के लिए सभी खेल संघ चाहे तो 12 अगस्त तक फिर से आवेदन प्रस्तुत कर सकते है।
बैठक में संचालक खेल एवं युवा कल्याण श्री अविनाश चम्पावत, वित्त विभाग के संयुक्त सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, सामान्य प्रशासन विभाग के संयुक्त सचिव श्री आर.के. टंडन,भारतीय खेल प्राधिकरण ( साई) राजनांदगांव के प्रबंधक श्री राजेश्वर राव, नेहरू युवा केन्द्र के राज्य निदेशक श्री एम.के. समाधिया, पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के निदेशक फिजिकल एजुकेशन डॉ. विपिन शर्मा, छत्तीसगढ़ ओलंपिक संघ के संयुक्त संचिव श्री मोहम्मद अकरम खान एवं राजनांदगांव के खेल अधिकारी श्री संजय पाल भी उपस्थित थे।

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