Jul 03 2016
नई दिल्ली: उत्तराखंड में लगातार हो रही भारी बारिश, बादल फटने और बाढ़ से अबतक 29 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। वहीं मरने वालों की तादाद और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। सिर्फ़ पिथौरागढ़ से ही 11 लोगों के मरने की ख़बर है, जिनमें 3 बच्चे भी शामिल हैं। वहीं कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
बारिश के चलते शारदा सहित राज्य की कई नदियां उफ़ान पर हैं। NDRF, आर्मी और ITBP की टीमें लगातार राहत और बचाव कार्य में लगी हुई हैं। चार धाम यात्रा फ़िलहाल रोक दी गई है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने पीड़ित परिवारों को 2 लाख रुपये के मुआवज़े का ऐलान किया है।
ज्यादा चिंता की बात यह है कि अगले रविवार और सोमवार को भी भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। वहीं अगले 24 घंटे में अल्मोड़ा, नैनीताल, पिथौरागढ़, ऊधमसिंह नगर, चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और हरिद्वार में सामान्य से लेकर भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
बादल फटने के कारण सिर्फ दो घंटे में 100 मिलीमीटर से ज्यादा की बारिश हो गई थी, जिसके कारण कई इलाकों में फ़्लैश फ़्लड आए हैं। इस बाढ़ में बहे कई लोगों की अब भी तलाश जारी है। बड़ी संख्या में मकानों के टूटने की भी ख़बर है। पिथौरागढ़ में सेना की दो टुकड़ियों को तैनात किया गया। यहां सेना ने तबाही के बीच एक टूटे घर से एक बूढ़ी महिला को बचाया है।
उत्तराखंड में भारी बारिश से शारदा नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इसकी वजह से बनबसा बैराज से 2.74 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया, जो 24 घंटे बाद पीलीभीत, खीरी में पहुंचेगा। प्रशासन ने शारदा नदी के तटवर्ती गावों सतर्क कर दिया है। उत्तराखंड के लिए अगले छत्तीस घंटे बेहद संवेदनशील बताए जा रहे हैं।
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