Jun 23 2016
सियोल में एनएसजी देशों के Plenary session के पहले भारत को बड़ी कामयाबी मिली है। फ्रांस ने भी अब NSG में एंट्री के लिए भारत के समर्थन का ऐलान किया है। फ्रांस ने इस बारे में बुधवार को एक बयान जारी किया है। अमेरिका ने भारत के समर्थन का पहले ही ऐलान किया है।
चीन से नहीं मिल रहा समर्थन
अब भारत की नजर चीन पर होगी, जो भारत को समर्थन के मुद्दे पर अलग-थलग दिख रहा है। इधर, NSG देशों की plenary session में भारत को सदस्यता देने जाने पर बात हो सकती है।
चीनी राष्ट्रपति से मिलने की संभावना
वहीं पीएम मोदी भी शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन यानी SCO में हिस्सा लेने के लिए आज ताशकंद पहुंचेंगे, जहां पीएम मोदी, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफ़िंग से भी मिलेंगे और इस दौरान NSG के मुद्दे पर भी बात होने की संभावना है।
भारत-पाकिस्तान को SCO का पूर्णकालिक सदस्य बनाया जाएगा
वैसे, ताशकंद में इस बार की बैठक में भारत और पाकिस्तान को औपचारिक रूप से शंघाई कॉर्पोरेशन ऑर्गेनाइजेशन का पूर्णकालिक सदस्य बनाया जाएगा। SCO में चीन के अलावा रूस भी हैं।
भारत का पलड़ा भारी
NPT पर दस्तखत करना जरूरी नहीं, फ्रांस ने भी परमाणु अप्रसार संधि पर दस्तखत नहीं किए हैं
भारत Missile Technology Control Regime (MTCR) का सदस्य
– MTCR के सभी 34 सदस्य NSG के भी सदस्य
– चीन का ख़ुद का दामन साफ नहीं
– पाकिस्तान ने ईरान और उत्तरी कोरिया को न्यूक्लियर तकनीक दी है
अड़ंगा डाल रहा है चीन – चीनी विदेश मंत्रालय के बयान
– नॉन NPT देशों की एंट्री, बैठक का मुद्दा नहीं
– बातचीत में सकारात्मक भूमिका निभाएंगे
– भारत-पाक को शामिल करने पर तीन राउंड अनौपचारिक बात हो चुकी है
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