20 June 2016
भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री विश्वास सारंग ने मध्यप्रदेश भू राजस्व व्यवस्था को गतिशील बनाने के लिए किए जा रहे क्रांतिकारी सुधार को जनोन्मुखी पहल बताते हुए मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान और राजस्व मंत्री श्री रामपाल सिंह को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रणाली टोडरमल के समय में प्रारंभ हुई और आजादी के बाद अनेक सुधार मध्यप्रदेश भू राजस्व संहिता बनते बनते हुए है, लेकिन भारत जनता पार्टी की सरकार ने किसानों को इस सुधार के रूप में सबसे बड़ा तोहफा दिया है। आने वाले दिनों में जैसे ही किसी तरह क्रेता और विक्रेता के बीच अनुबंध होकर रजिस्ट्री होती है इसकी सूचना संबंधित राजस्व अधिकारी तहसीलदार के पास अभिलेख सहित पहुँच जायेगी। क्रेता किसान को नामांतरण के लिए न तो आवेदन देना होगा और न अदालत, पटवारी, राजस्व निरीक्षक के चक्कर काटना होंगे। राजस्व भू अभिलेख में नामांतरण दर्ज हो जायेगा। भू अभिलेख आयतन हो जायेगा।
उन्होंने कहा कि इस अभिनव व्यवस्था के प्रभावी होते हुए काश्तकारों को सीधा लाभ पहुंचेगा। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा और काष्तकार को राजस्व अधिकारियों के चक्कर लगाने से मुक्ति मिल जायेगी। इससे राजस्व न्यायालयों पर से काम का दबाव कम होगा। आज जिलों में नामांतरण के लाखों प्रकरण निराकरण की बाट जोह रहे है जिससे राजस्व के मामले बढ रहे है।
श्री विश्वास सारंग ने कहा कि लोककल्याणकारी राज्य में राजस्व अधिकारियों की भूमिका बढ गयी है जिससे राजस्व अधिकारी गैर राजस्व के कामों में लगातार व्यस्त बने रहते है। नामांतरण न हो पाने से जमीनों को लेकर विवाद अनंत रूप से बढ़ते जाते है। अभिनव व्यवस्था से प्रशासन अधिक जनोन्मुखी बन जायेगा।