Jun 17 2016
नई दिल्ली: मोदी मंत्रिमंडल और भाजपा केंद्रीय संगठन में होने वाले भावी फेरबदल और विस्तार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अध्यक्ष अमित शाह यूपी की सियासत को साधने की मुहिम में जुट गए हैं। इस रणनीति के तहत केंद्रीय संगठन और मंत्रिमंडल में उत्तर प्रदेश से पांच चेहरों को जगह देने पर सहमति बन गई है। इनमें से तीन चेहरों को मंत्रिमंडल में तो दो चेहरों को केंद्रीय संगठन में लाने पर माथापच्ची जारी है। इस क्रम में मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ और अपना दल की सांसद अनुप्रिया पटेल के नामों पर चर्चा हो चुकी है।
जबकि तीसरे चेहरे केलिए किसी दलित नाम या फिर राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह के पुत्र राजबीर में से किसी एक नाम पर मंथन जारी है। संगठन के लिए हाल ही में राज्यसभा लाए गए शिवप्रताप शुक्ला को शामिल किए जाने पर करीब करीब सहमति बन चुकी है। गौरतलब है कि मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार और फेरबदल 20 जून के बाद कभी भी संभव है, जबकि तीन साल का कार्यकाल हासिल करने के बाद शाह भी अपनी टीम में खाली जगह को भरने और छोटा फेरबदल करने के लिए माथापच्ची कर रहे हैं।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल के संदर्भ में उत्तर प्रदेश को ले कर मंथन जारी है। इस क्रम में संगठन स्तर पर योगी और अनुप्रिया के नाम पर संगठन के स्तर पर सहमति है। जबकि तीसरे चेहरे के रूप में किसी दलित या राजबीर में से किसी एक नाम पर सहमति नहीं बन पाई है। हालांकि संगठन स्तर पर चर्चा की प्रक्रिया पूरी होने के बाद शाह और पीएम मोदी इसे अंतिम रूप देंगे। सूत्रों ने बताया कि तीसरी नाम के रूप में फिलहाल राजबीर का पलड़ा भारी है। कल्याण सिंह की अनुपस्थिति में पार्टी लोध बिरादरी को संदेश देना चाहेगी।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि टीम शाह में राज्यसभा लाए गए शिवप्रताप शुक्ला को अहम जिम्मेदारी दिया जाना करीब करीब तय है। हालांकि संगठन के लिए लक्ष्मीकांत वाजपेयी सहित कुछ और चेहरों पर भी मंथन का सिलसिला जारी है। बताते हैं कि मंत्रिमंडल और संगठन विस्तार के संदर्भ में पीएम मोदी-शाह और संघ के बीच चर्चा का एक दौर पूरा हो चुका है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
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