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लोकतंत्र की गतिशीलता के लिये सामाजिक सरोकारों की पत्रकारिता जरूरी-मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान

भोपाल : गुरूवार, जून 9, 2016
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया को लोकतंत्र का आधार स्तंभ बताते हुए कहा कि लोकतंत्र को गतिशील बनाने के लिये मीडिया को सक्रिय होना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि रहस्य, रोमांच और सस्पेंस की पत्रकारिता को छोड़कर सामाजिक सरोकारों से जुड़ने की पत्रकारिता करना होगा। मीडिया के नेतृत्व में चलाये गये सामाजिक अभियानों से सकारात्मक वातावरण बनता है। श्री चौहान आज यहाँ विधानसभा सभागार में नईदुनिया संसदीय पुरस्कार 2016 और नवदुनिया के 70वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे।

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष श्री सीताशरण शर्मा, केन्द्रीय इस्पात एवं खनिज मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर, विधानसभा उपाध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह ने विधानसभा में अपने दायित्वों का उत्कृष्ट निर्वहन करने वाले विधायकों को सम्मानित किया। संसदीय कार्य मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा को सर्वश्रेष्‍ठ मंत्री के पुरस्कार से अलंकृत किया गया। सम्मानित होनें वाले विधायकों में श्री रामनिवास रावत, श्रीमती शीला त्यागी, डॉ. गोविन्‍द सिंह, श्रीमती सरस्वती सिंह, श्री कालूसिंह ठाकुर, श्रीमती ऊषा चौधरी, श्री प्रताप सिंह, श्रीमती ममता मीणा, श्री बहादुर सिंह चौहान, श्रीमती झूमा सोलंकी शामिल हैं। इन विधायकों को विधेयकों में हुई चर्चा पर भागीदारी, सर्वाधिक ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाने, सर्वाधिक प्रश्न पूछने के आधार पर उत्कृष्टता पुरस्कार के लिये चुना गया।

मुख्यमंत्री ने देश के स्वतंत्रता संग्राम में मीडिया की भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि स्वतंत्रता के आंदोलन को आगे बढ़ाने और नव-जागरण के लिये सभी नेताओं ने अखबार को माध्यम बनाया। इसके बाद आपातकाल के माध्यम से मीडिया की स्वतंत्रता को बाधित करने का दौर आया और मीडिया ने सफलतापूर्वक रचनात्मकता के साथ लड़ाई लड़ी। वर्तमान दौर व्यावसायिकता का दौर है। इसलिये अब रहस्य, रोमांच की पत्रकारिता के बजाय लोकतंत्र को परिपक्व करने वाली पत्रकारिता की ज्यादा जरूरत है। उन्होंने लोक प्रतिनिधियों के संबंध में कहा कि वे जनता की अपेक्षाओं के चलते रात-दिन कड़ी मेहनत करते हैं। उनकी मेहनत का मूल्यांकन होना चाहिये। आज सकारात्मक दृष्टिकोण के साथ नैतिकता की पत्रकारिता को प्रोत्साहित करना होगा।

विधानसभा अध्यक्ष श्री सीताशरण शर्मा ने कहा कि विधायिका, न्यायपालिका, कार्यपालिका और मीडिया जब तक मजबूत नहीं होंगे लोकतंत्र भी गतिशील नहीं होगा। उन्होंने कहा कि आज मीडिया सबसे ताकतवर है क्योंकि इसके पास सूचना की शक्ति है। यह भी ध्यान रखने की जरूरत है कि मीडिया परम स्वतंत्रता से पीड़ित न हो जाये इसलिये आत्म-नियंत्रण जरूरी है। विधानसभा उपाध्यक्ष श्री राजेन्द्र सिंह ने मीडिया की रचनात्मक भूमिका की चर्चा की।

केन्द्रीय मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने विधायकों के उत्कृष्ट संसदीय कार्य को सम्मानित करने की पहल की सराहना करते हुए कहा कि समाज और लोकतंत्र के प्रति मीडिया की जवाबदेही जरूरी है। मीडिया समाज का ही दर्पण है। लोकतंत्र के प्रति सजगता का सम्मान होना चाहिये।

दैनिक जागरण समूह के प्रमुख श्री महेन्द्र मोहन गुप्त ने कहा कि विकास के प्रति मीडिया की सोच बदली है। तथ्यपरक पत्रकारिता का महत्व बढ़ा है। इस अवसर पर मंत्रि-परिषद के सदस्य एवं बड़ी संख्या में बुद्धिजीवी, गण्मान्य नागरिक और मीडियाकर्मी उपस्थित थे।

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